




घर में सोए रहे परिजन और घर से निकल गया रेलवे लोको पायलट का 3 वर्षीय पुत्र, जीआरपी की मदद से औड़िहार में मिला
ट्रेन में बच्चे को भटकता देख यात्री ने दी थी पुलिस को सूचना

बलिया: जनपद बलिया के उभांव थाना के कुंडैल मार्ग निवासी परिजन सोमवार को घर में सोए रहे और महज 3 साल का पुत्र दिव्यांशु घर का दरवाजा खोलकर बाहर निकल गया। रहस्यमय तरीके से लापता दिव्यांशु की उम्र महज 3 साल है और वह रेलवे में लोको पायलट (चालक) पद पर तैनात दीपक यादव का पुत्र है। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना आसपास के लोगों, स्थानीय पुलिस और जीआरपी पुलिस को दी। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से बच्चे का फोटो प्रसारित कर दिया गया। काफी प्रयास के बाद औड़िहार रेल पुलिस द्वारा सूचना मिली कि उनका बच्चा भटककर ट्रेन में मिला है। जिसके बाद परिजन तत्काल भागकर औड़िहार पहुंचे और बच्चे को सुरक्षित घर लाए। बताया जा रहा है कि दादर एक्सप्रेस ट्रेन में किसी यात्री ने बच्चे को भटकता हुआ देखा और टोलफ्री नंबर 139 पर पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद रेल पुलिस ने वीडियो कॉल पर बच्चे के परिजनों से वार्ता कर उसके सुरक्षित होने की जानकारी दी। जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली। परिजन देर शाम बच्चे को औड़िहार से सुरक्षित लेकर वापस घर पहुंचे। बताया जा रहा है कि बच्चे के पिता दीपक यादव गोंडा में रेलवे के चालक है और लखनऊ में रहते हैं लेकिन गर्मी में अपने बच्चे के साथ पैतृक गांव आए हुए थे। इस बीच बच्चा घर से निकल कर भटकता हुआ रेलवे लाइन होते हुए आगे बढ़ गया। हालांकि वह ट्रेन में कैसे बैठा, यह रहस्य बना हुआ है।


