मां लक्ष्मी प्रतिमा के विसर्जन जुलूस में जुटे युवा, बेल्थरारोड के 88 में 66 प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन
रसड़ा में तमसा नदी संग पोखरा किनारे पुलिसिया निगरानी में मां लक्ष्मी की 150 प्रतिमाएं हुई विसर्जित
बलियाः दीपावली पर स्थापित मां लक्ष्मी की प्रतिमा का बुधवार को बलिया जनपद के बेल्थरारोड तहसील अंतर्गत सरयू किनारे तुर्तीपार गांव के पास बने कृत्रिम पोखरे में विधि विधान के साथ विसर्जन किया गया। इस दौरान युवाओं ने मां लक्ष्मी के जयकारे लगाएं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन तैनात रही। नगर के बिचला पोखरा ठाकुर मंदिर के पास नवयुवक बालक पूजा समिति द्वारा स्थापित भव्य लक्ष्मी प्रतिमा का नगर में विशाल विसर्जन जुलूस निकला। जो नगर के मुख्य बाजार, रेलवे चैराहा, तीनमुहानी होते हुए सरयू किनारे तुर्तीपार तक पहुंचा। जहां विसर्जन किया गया। बुधवार को करीब 41 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान एक प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के मार्ग को लेकर विवाद पर जुलूस करीब आधे घंटे तक रुका रहा। जिसे उभांव इंस्पेक्टर डीके श्रीवास्तव के हस्तक्षेप के बाद सुलझा लिया गया। उभांव इंस्पेक्टर डीके श्रीवास्तव ने बताया कि थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव में कुल 88 प्रतिमाएं स्थापित किए गए है। इसमें अब तक कुल 66 प्रतिमाओं का शांतिपूर्वक सकुशल विसर्जन किया जा चुका है। जबकि कुछ प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार को होगा।
रसड़ा व नगरा में भी निकला विसर्जन जुलूस
जबकि रसड़ा और नगरा थाना क्षेत्र में स्थापित कुल करीब 150 प्रतिमाएं बुधवार को विभिन्न पोखरा और तमसा नदी किनारे बने अस्थायी कृत्रिम पोखरे में सकुशल विसर्जित की गई। इस दौरान विसर्जन जुलूस से लेकर विसर्जन स्थल तक पुलिस प्रशासन मुस्तैद रही। रसड़ा क्षेत्र के तमसा नदी किनारे सिधागर घाट के पास बने कृत्रिम पोखरे में देर शाम तक करीब 80 और नगरा क्षेत्र में करीब 70 प्रतिमाएं विसर्जित की गई। इस दौरान युवाओं ने मां लक्ष्मी के जयकारे लगाएं। विसर्जन जुलूस से पूर्व पूजा समिति के पदाधिकारियों ने पंडाल में विधि पूर्वक हवन पूजन किया और उसके बाद मां लक्ष्मी को विदाई दी। मां लक्ष्मी के प्रतिमाओं को ट्रैक्टर ट्रालियों रख कर भव्य विसर्जन जुलूस निकाला। डीजे के धुन पर भक्तिगीत के साथ मां को विदाई करते हुए युवा जमकर थिरके। नगरा क्षेत्र के पुरानी दुर्गा मंदिर का पोखरा के अलावा ढेंकवारी, ककरी, ताडीबडागांव समेत अनेक गांव के पोखरा के पास कृत्रिम पोखरा में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।