बच्चों के डिजिटल गैजेट प्रेम से भी बेहतर हो सकती है पढ़ाई, सही डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़े: राठौर
सेंट जेवियर्स स्कूल के अभिभावक उन्मीखीकरण में ऑक्सफोर्ड के स्पेशलिस्ट ने दिए सक्सेस टिप्स
बच्चों के डिजिटल गैजेट प्रेम से भी बेहतर हो सकती है पढ़ाई, सही डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़े: राठौर
सेंट जेवियर्स स्कूल के अभिभावक उन्मीखीकरण में ऑक्सफोर्ड के स्पेशलिस्ट ने दिए सक्सेस टिप्स
बलिया: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के विख्यात काउंसलर सत्यप्रकाश सिंह राठौर ने बुधवार को कहा कि बच्चों के डिजिटल गैजेट प्रेम से भी उनकी पढ़ाई बेहतर हो सकती है। लेकिन इसके लिए उन्हें सही डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ना होगा। वे जनपद बलिया के बेल्थरारोड के सेंट जेवियर्स स्कूल में आयोजित अभिभावक उन्मीखीकरण में बोल रहे थे। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों ने गीत संगीत के साथ किया।
उन्होंने छात्रों की सफलता के लिए मैं नहीं हम का मंत्र दिया और कहा कि छात्रों की सफलता एवं असफलता में शिक्षकों के साथ माता पिता की भी भूमिका महत्वपूर्ण है। इसलिए छात्रों की पढ़ाई में सिर्फ मैं (शिक्षक) नहीं, हम (माता पिता और शिक्षक) की भूमिका जरूरी है। इसके लिए उन्होंने डिजिटल प्लेटफार्म को छात्रों की पढ़ाई से जोड़ने के लिए एजुकेशन एप की जानकारी दी और कहा कि स्कूल की पढ़ाई का एक डिजिटल हिस्सा अब घर से जोड़ना जरूरी है। विशेषकर कक्षा एक से पांच तक के छात्रों पर विशेष ध्यान देना होगा। छात्रों में आत्मविश्वास और अंग्रेजी जैसी की भाषा पर मजबूत पकड़ जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रतिभा का सदैव प्रशंसा करें। उन्होंने बताया कि ऑक्सफोर्ड इस स्कूल में कक्षा एक से पांच के लिए शिक्षा का पार्टनर है और हमारी जिम्मेदारी है कि बेहतर रिजल्ट मिले।
वहीं लखनऊ से प्रीना अरोड़ा ने भी अभिभावकों को छात्रों के पढ़ाई, विकास और सफलता के लिए सही डिजिटल प्लेटफार्म का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
स्कूल चेयरमैन डा जे आर मिश्र ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि छात्रों की सफलता के लिए स्कूल के साथ अभिभावक को भी सहयोग देना होगा। उन्होंने कहा कि मोबाइल के गेम से छात्रों का मानसिक और शारीरिक विकास नहीं हो सकता। इसके लिए फिल्ड में बच्चों को उतरना होगा। बताया कि शिक्षा के लिए नया पैटर्न आया है। इसके तहत लर्निग बाय डू से अब डू बाय लर्निग के तहत पढ़ाई करना है। उन्होंने अभिभावकों से स्कूल में सकारात्मक सोच के साथ आने की अपील की। तभी उनका विकास हो सकेगा।
प्रिंसिपल श्रीमती शीला मिश्र ने कहा कि घर के बाद बच्चों का दूसरा अभिभावक शिक्षक और स्कूल ही होता है। इसलिए स्कूल के प्रति सकारात्मक भाव रखना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में डिजिटल एप पर सक्रिय शिक्षक और अभिभावक को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्रबंधक केके मिश्रा, प्रिंसिपल श्रीमती शीला मिश्र, अजय कुमार, प्रवीण चौबे, संजय गुप्ता, कमलेश गुप्ता फौजी समेत अनेक लोग मौजूद रहें।