पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के बाद उनके पदाधिकारियों पर योगी सरकार ने दिखाई दबंगई
आजाद अधिकार सेना के जिला उपाध्यक्ष समेत तीन को मिली जमानत
अमिताभ ठाकुर के बाद उनके पदाधिकारियों पर योगी सरकार ने दिखाई दबंगई
आजाद अधिकार सेना के जिला उपाध्यक्ष समेत तीन को मिली जमानत
विवाद स्थल भीमपुरा थाना पहुंचे अमिताभ ठाकुर
बलियाः पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर पर दबंगई दिखा चुकी योगी सरकार की पुलिस ने अब उनके सेना के पदाधिकारियों को भी डराना शुरु कर दिया है। सेना के जिला उपाध्यक्ष सिंहासन चैहान को थाने में पुलिस द्वारा प्रताड़ित करना, मारना पीटना और फर्जी मामले में शांति भंग की आशंका में रात भर थाने में बंदकर न्यायालय में प्रस्तुत करने बाद आमजन में जबरदस्त नाराजगी व्याप्त हो गया है। मंगलवार को सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर स्वयं विवादस्थल भीमपुरा थाना पहुंचे और पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई।
इसके पूर्व जनपद बलिया के भीमपुरा थाने में कार्रवाई की मांग को लेकर अनशन पर बैठे आजाद अधिकार सेना के जिला उपाध्यक्ष सिंहासन चैहान को भीमपुरा पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद बेल्थरारोड एसडीएम न्यायालय में प्रस्तुत किया। जहां एसडीएम एआर फारुकी ने सोमवार की देर शाम जमानत दे दी। सिंहासन चैहान समेत विवाद में अधिवक्ता हरिंद्र राजभर के पिता केशव राज्भर और सूर्यजीत मिश्र ग्राम शाहपुर टिटिहा निवासी समेत तीनों को देर शाम एसडीएम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें घर भेज दिया। इसके पहले भीमपुरा पुलिस ने नगरा सीएचसी में सिंहासन चैहान का मेडिकल करवाया। आपको बता दें कि भीमपुरा थाना में भूमि विवाद के एक मामले में पैरवी करने पहुंचे सिंहासन चैहान को विपक्षी ने थाने में ही धमकी दी थी। इसे लेकर कार्रवाई की मांग पर भीमपुरा थाना पुलिस द्वारा इंकार करने पर सिंहासन चैहान अपनी पत्नी लीलावती देवी के साथ रविवार को थाना गेट पर अनशन पर बैठ गए। लेकिन पुलिस ने पहले कार्रवाई का भरोसा दिया और फिर आधी रात को सिंहासन चैहान के साथ मारपीटकर उनकी पत्नी जबरन घर पहुंचा दिया। पुलिस ने सिंहासन चैहान को पूरी रात थाने में ही बंद रखा और सोमवार को धारा 151 में एसडीएम न्यायालय भेज दिया। जमानत मिलने के बाद सिंहासन चैहान ने भीमपुरा पुलिस की दबंगई को लोकतंत्र की हत्या बताया। कहा कि योगी सरकार में पुलिस अब अपराधी के बजाएं आमजनता पर ही अपनी वर्दी का रौब दिखा रही है। पुलिस फर्जी मुकदमे का खौफ दिखाकर आमजनता की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे है। लेकिन वे ऐसी दबंगई कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
भूमि विवाद में मारपीट में पांच जख्मी, चल रहा इलाज
भीमपुरा थाना के शाहपुर टिटिहा गांव में चकबंदी प्रक्रिया के तहत नए चक पर खेती को लेकर अधिवक्ता हरिंद्र राजभर और सूर्यजीत मिश्र के बीच मारपीट में दोनों पक्ष से पांच लोग जख्मी हो गए। घायलों में अधिवक्ता हरिंद्र राजभर (49), उनकी पत्नी सोनमती देवी (47), उनकी मां दुइजी देवी (68), पुत्र रुपक राजभर (30) और दूसरे पक्ष से सूर्यजीत मिश्र (36) जख्मी हो गए। इनमें चार को इलाज के लिए नगरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी मामले को लेकर भीमपुरा थाना में पुलिस के सामने ही सिंहासन चैहान के साथ एक पक्ष की जमकर बकझक हुई थी और उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली लेकिन पुलिस इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है।
भूमि विवाद में अधिवक्ता परिवार के साथ मारपीट, पांच जख्मी, अधिवक्ता समेत 12 पर मुकदमा
ज्नपद बलिया के भीमपुरा थाना के शाहपुर टिटिहा गांव में भूमि विवाद को लेकर अधिवक्ता हरिंद्र राजभर के परिवार संग दो पक्षों में जमकर मारपीट हुआ। जिससे दोनों पक्ष से पांच लोग जख्मी हो गए। जबकि पुलिस ने दोनों पक्ष से 12 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है। जख्मी सूर्यजीत मिश्र के तहरीर पर पुलिस ने अधिवक्ता हरिंद्र राजभर, उनके तीन पुत्र, पत्नी, पिता और मां समेत सात लोगों पर जानलेवा हमला का आरोप लगाया है। जबकि अधिवक्ता हरिंद्र राजभर ने शाहपुर टिटिहा गांव निवासी सूर्यजीत मिश्र, गुलाचंद्र मिश्र, संदीप मिश्र, संजय मिश्र और विपिन मिश्र समेत पांच लोगों पर गोलबंद होकर जानलेवा हमला करने और जबरन भूमि कब्जा करने के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में पुलिस ने दोनों पक्ष से तीन लोगों को पकड़कर शांति भंग की आशंका में न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया।