बलियाः जनपद बलिया के बेल्थरारोड तहसील अंतर्गत अब्बासपुर गांव में शहीद हरिेंद्र यादव के 6ठवीं पुण्यतिथि समारोह का भव्य आयोजन हुआ। शहीद के आदमकद प्रतिमा पर पैराशूट से पुष्पवर्षा हुआ और भव्य दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्वांचल के कई जनपदों के पहलवानों ने कुश्ती के दांवपेंच दिखाएं।
शहीद के सम्मान में पैराशूट से से हुआ पुष्पवर्षा
समारोह में आसमान से पैराशूट से शहीद के प्रतिमा पर फूल बरसाया गया। पैराशूट कमांडर डीडी यादव ने अपने पैराशूट से शहीद के प्रतिमा स्थल पर करीब आधे घण्टे तक उड़ान भरी और आसमान से शहीद हरिंद्र यादव के आदमकद प्रतिमा पर पुष्पवर्षा किया। पैराशूट से पुष्पवर्षा का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। इस दौरान मौजूद हर किसी की आंखे शहीद बेटे के याद में नम थी। बैरिया विधायक जयप्रकाश अंचल ने शहीद हरिंद्र यादव के आदमकद प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित किया और पैराशूट से पुष्पवर्षा करने वाले कमांडर के प्रति आभार जताया। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने शहीद के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया।
दंगल में जुटे पूर्वांचल के कई पहलवान और महिला पहलवानों ने दिखाया दम
जिसमें पूर्वांचल के कई जनपदों के पहलवानों ने कुश्ती के दांवपेंच दिखाएं। महिला पहलवानों ने भी दंगल में दमखम दिखाया। अधिकांश कुश्तियां बराबरी पर रही। जबकि बलिया के अजीत ने चंदौली के सुनील और गाजीपुर के जुगनू ने बलिया के वीरेंद्र को पटखनी दी। दंगल में बलिया, गाजीपुर, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़ जनपद के पहलवानों के बीच हुई सभी कुश्तियां बराबरी पर रही। दंगल में विवेक बलिया व विराट गाजीपुर, संदीप गोरखपुर व राहुल वाराणसी, राहुल बलिया व रमाशंकर आजमगढ़, उदयवीर गाजीपुर व कुंज बिहारी बलिया के बीच हुई कुश्ती मुकाबला बराबरी पर रहा। इस दंगल में क्षेत्रीय पहलवानों ने भी जोर आजमाइश किया। कार्यक्रम में बैरिया विधायक जय प्रकाश अंचल ने शहीद के प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित किया और शहीद के बेटे आदित्य राज यादव को सम्मानित किया। कार्यक्रम के आयोजक सत्य प्रकाश यादव ने पहलवानों और अतिथियों को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया।
जिला पंचायत सदस्य और अनेक दंगल प्रेमी रहे मौजूद
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य जनार्दन यादव, हरेराम यादव, ओमप्रकाश यादव, संदेश यादव, नरसिंह यादव, सपा नेता आनंद यादव, अरविंद कुमार, छोटेलाल यादव समेत बड़ी संख्या में कुश्ती समर्थक और प्रशंसक मौजूद रहे। संचालन हरिवंश यादव और रेफरी की भूमिका लालमन यादव ने निभाई।