तेंदुआ पाही की पहचानः सड़क किनारे पर गंदा पानी और मवेशी का खूंटा
इस गांव की राह है मुश्किल, पीडब्ल्यूडी का सड़क बना नाला
बलियाः इस गांव की मुख्य सड़क ढूंढनी हो तो पहले नाला और मवेशियों का खूंटा ढूंढीये। जी हां, इस गांव के मुख्य सड़क की तो यही पहचान है। हम बात कर रहे है, बलिया जनपद के सीयर ब्लाक का तेंदुआ पाही ग्रामपंचायत का। गांव को रेलवे लाइन और रेलवे का अंडरग्राउंड पुल इसे दो भागों में बांटता है।
फजीहत बनी डेढ किलोमीटर के सड़क पर आवागमन
पीडब्ल्यूडी का करीब 16 सौ मीटर लंबा पिच सड़क ही गांव में प्रवेश का मुख्य मार्ग है। गांव में बने नाली से करीब एक फीट नीचे सड़क हो गया है। जहां अक्सर बारिश का पानी जमा रहता है। सड़क के किनारे ही दर्जनों मवेशियों का खूंटा और गोबर से यहां कीचड़ बन जाता है। जो खतरा का कारण बना हुआ है। गंवई राजनीति में इसकी साफ सफाई का कार्य भी अवरुद्ध है।
गांव में पंचायत भवन के लिए भी नहीं मिली भूमि
सीयर ब्लाक में चुनिंदा पंचायत भवन विहीन गांव में तेंदुआ शामिल है। गांव में ग्रामसमाज की भरपूर भूमि होने के बावजूद पंचातय भवन के लिए भूमि का चयन नहीं हो पा रहा है। प्रधान प्रतिनिधि विरेंद्र यादव की माने तो गांव में भूमि तो है लेकिन दबंगों के कब्जे में है। जिसे अतिक्रमणमुक्त कराने में प्रशासन भी साथ नहीं दे रहा है। जिसके कारण पंचायत भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा है।