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आस्था जुड़े स्थल पर विद्युत उपकेंद्र निर्माण का हुआ विरोध, भूमि पूजन बिन लौटे ठेकेदार

ग्रामिणों और स्थानीय ब्राह्मणों ने किया जमकर विरोध, बिना पूजन लौटे वापस

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आस्था जुड़े स्थल पर विद्युत उपकेंद्र निर्माण का हुआ विरोध, भूमि पूजन बिन लौटे ठेकेदार
डंबर बाबा परती में विद्युत उपकेंद्र के शिलान्यास के लिए पहुंचे अधिकारियों की हुई फजीहत
ग्रामिणों और स्थानीय ब्राह्मणों ने किया जमकर विरोध, बिना पूजन लौटे वापस

बलियाः जनपद बलिया के बेल्थरारोड में 132/33 केवीए के विद्युत उपकेंद्र के भवन शिलान्यास के लिए सोमवार को पहुंचे ठेकेदारों को स्थानीय ग्रामिणों के विरोध का सामना करना पड़ा। जिसके कारण शिलान्यास हेतु भूमि पूजन का कार्य बाधित हो गया और ठेकेदार के साथ संबंधित विभागीय अधिकारियों को बैरंग ही लौटना पड़ा। जिसके कारण विद्युत उपकेंद्र निर्माण कार्य का संकट गहराने लगा है। सोमवार को गोरखपुर से यहां विद्युत उपकेंद्र के भवन निर्माण के लिए ठेकेदारों की टीम पहुंची। विभागीय अधिकारी भी साथ रहे लेकिन वे गाड़ी में ही बैठे रहे। ठेकेदारों ने भूमि पूजन का कार्य शुरु किया और पूजन के लिए बैठ गए। इस बीच दर्जनों की संख्या में ग्रामीण और ब्राह्मण समाज के लोग पहुंच गए। सभी ने डंबर बाबा के परती स्थल को एकस्वर से आस्था का केंद्र बता कर यहां किसी भी तरह के निर्माण कार्य का विरोध किया। इस दौरान यहां भूमि पूजन के लिए बैठे ठेकेदारों के साथ जमकर बकझक भी हुआ। काफी तनाव को देखते हुए ठेकेदार पूजन से उठ गए और बैरंग ही लौट गए। विगत 4 फरवरी को भी ग्रामिणों ने यहां से विभागीय टीम को खदेड़ दिया था। जिसके कारण विभागीय अधिकारियों ने यहां निर्माण के लिए सुरक्षा की मांग किया था।

निर्माण के लिए वर्षों बाद भूमि का हो सका है चयन, 55 करोड़ का बजट है स्वीकृत
बेल्थरारोड में 132/33 केवीए विद्युत उपकेंद्र के निर्माण के लिए आजमगढ़ आयुक्त द्वारा जमीन सिसैंड के पास ग्रामसमाज की भी भूमि को आवंटित किया गया है। जिसे भूअभिलेख में विद्युत विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही निर्माण के लिए 55 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत भी हो चुका है। बेल्थरारोड तहसील अंतर्गत अवायां, रजईपुर और पशुहारी का तीन विद्युत उपकेंद्र अब तक करमौता सिकंदरपुर और रसड़ा के 132/33 केवीए उपकेंद्र से जुड़ा हुआ है। लेकिन उक्त उकपेंद्र के निर्माण के बाद तहसील क्षेत्र की गैर तहसील पर निर्भरता समाप्त हो जायेगी। साथ ही लोकल फाल्ट की संभावना भी काफी हद तक कम हो जायेगी। इसके निर्माण के लिए वर्षो से प्रयास होता रहा है। लेकिन भूमि के अभाव में यह परियोजना लंबित रही है। इसके पूर्व में अखोप, सोनाडीह, हल्दीरामपुर ताल के भूमि का भी इसके लिए सर्वे हो चुका था किंतु भौगोलिक दृष्टिकोण और मांग के सापेक्ष कम भूमि के कारण उपरोक्त गांवों में यह परियोजना नहीं लगाई जा सकी। अब जमीन सिसैंड के पास धार्मिक विरोध ने फिर से मुश्किल खड़ी कर दी है।
4 फरवरी को भी आजमगढ़ से पहुंची टीम का हुआ था विरोध
बेल्थरारोड में लंबे समय से प्रस्तावित 132/33 केवीए विद्युत उपकेंद्र निर्माण हेतु भूमि के लिए कई गांवों में भटकने के बाद अधिकारियों ने डंबर बाबा की परती के पास ही इस परियोजना के लिए स्थान का चयन किया है। इसके लिए भवन निर्माण से पहले कार्यदेयी संस्था संग आजमगढ़ विद्युत सिविल एसडीओ एसके श्रीवास्तव, बलिया विद्युत ट्रांसमीशन एसडीओ ब्रजेश कुमार, जेई अमन कुमार और जेई नवीन कुमार समेत अनेक अधिकारियों की टीम विगत 4 फरवरी को यहां मृदा परीक्षण (स्वाइल टेस्टिंग) के लिए पहुंची। लेकिन आसपास के ग्रामिणों ने 52 बिगहा में फैले डंबर बाबा की परती पर धार्मिक आस्था का हवाला देते हुए किसी तरह के निर्माण कार्य का विरोध किया। दर्जनों लोगों ने अधिकारियों को घेर लिया। जिसके कारण अधिकारियों की टीम को बिना जांच ही बैरंग लौट जाना पड़ा। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने एसडीएम को लिखित पत्र देकर विद्युत उपकेंद्र निर्माण के दौरान पुलिस बल और सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।

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