गांव से कमाई करोड़ो में, सड़क की हालत सन 1925 जैसी
बालू घाट किनारे खैरा गांव के सड़क की हालत बदतर, गांव की बनी सबसे बड़ी समस्या

गांव से कमाई करोड़ो में, सड़क की हालत सन 1925 जैसी
बालू घाट किनारे खैरा गांव के सड़क की हालत बदतर, गांव की बनी सबसे बड़ी समस्या
बलिया: जनपद बलिया में सीयर ब्लाक के खैरा खास गांव से सरकार को हर साल करोड़ों के राजस्व का मुनाफा होता है। सरयू किनारे बसे इस गांव से बड़े पैमाने पर सफेद बालू के खनन पट्टा के लिए बड़े बड़े रसूकदारों के बीच शक्ति प्रदर्शन भी होता है और बारिश को छोड़ इस गांव के रास्ते हर दिन सैकड़ों की संख्या में ओवरलोडेड डंफर और ट्रैक्टर ट्राली का आवागमन होता है जो सामान्य बात हो गई है। जिससे इस गांव के हजारों की आबादी के मुख्य मार्ग एवं विख्यात खैरा कुटी की सड़क पूरी तरह से धूलधुसरित हो गई है। आलम यह है कि एक दिन भी इस पर बिना पानी छिड़काव के एक भी गाड़ी का आना जाना संभव नहीं है। बावजूद हर दिन इस मार्ग पर धूल उड़ना आम बात है। यहां लगभग हर घर में लोग खांसी और दमा के मरीज बन रहे है। गांव के इस मार्ग से महिलाओं बच्चों और मरीजों का पैदल आवागमन सबसे ज्यादा दुरुह है। जबकि सड़क निर्माण को लेकर स्थानीय प्रशासनिक अमला बेपरवाह बना हुआ है। गांव निवासी मो सद्दाम ने कहा कि बारिश के दिनों में खराब सड़क के कारण गांव के बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते।
समाजसेवी भूपेंद्र सिंह ने करोड़ों की कमाई देने वाले इस सड़क का जल्द ही निर्माण कराने का मांग किया है ताकि गांव के इस गंभीर समस्या से निजात मिल सके।
सरयू किनारे इस गांव पर बालू खनन के ठेका से सरकार को करीब 5 करोड़ के राजस्व की वसूली होती है। क्षेत्र का अति प्राचीन खैरा मठ भी यहां स्थित है बावजूद यहां सड़क को लेकर बेपरवाही जारी है।