दयाल के साथ हो गया खेल, 48 घंटे में ही भाजपा की बगावत वाले बयान से लिया यू टर्न, समर्थक मायूस
शाफ्ट क्षवि वाले रविंद्र कुशवाहा ने बोल्ड दयाल ग्रुप को किया क्लिन बोल्ड
दयाल के साथ हो गया खेल, 48 घंटे में ही भाजपा की बगावत वाले बयान से लिया यू टर्न, समर्थक मायूस
शाफ्ट क्षवि वाले रविंद्र कुशवाहा ने बोल्ड दयाल ग्रुप को किया क्लिन बोल्ड
आसान नहीं सलेमपुर में रविंद्र कुशवाहा से टकाराना, भाजपा के लिए सलेमपुर सीट हुआ आसान
बलियाः सलेमपुर लोकसभा सीट से 2024 में चुनावी ताल ठोंकने वाले राजेश सिंह दयाल के सुर महज 48 घंटे में ही बदल गए। उन्होंने भाजपा से बगावत के निर्णय से यू टर्न ले लिया है। जिसकी जानकारी स्वयं राजेश सिंह दयाल ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डालकर दी है। जिससे उनके समर्थकों में मायूसी छा गई है। सलेमपुर से लगातार तीसरी बार भाजपा से प्रत्याशी बने साफ्ट लीडर रविंद्र कुशवाहा ने मानो बोल्ड दयाल ग्रुप को चुनाव से पहले ही क्लिन बोल्ड कर दिया और वे चुनावी मैदान से किक आउट हो गए। जिसके साथ ही दबी जुबान में यह चर्चा तेज हो गया है कि कहीं दयाल जी के साथ खेल हो गया क्या। राजेश सिंह दयाल ने विगत 10 मार्च को अपने गांव सलेमपुर के देवसिया में कार्यकर्ता सम्मेलन में कुछ भी हो जाएं चुनाव से पीछे नहीं हटेंगे का संदेश दिया था लेकिन वे अपने इस बयान पर 48 घंटा भी टीक नहीं पाएं। हालांकि राजेश सिंह दयाल ने कम समय में ही अपने व्यापक सामाजिक कार्य और मेडिकल कैंप की बदौलत अपनी लोकप्रियता इतनी बढ़ा ली थी कि बड़े राजनीतिक दिग्गजों के चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगी थी। लेकिन उनके चुनाव से पीछे हटने के कारण अब 2024 के लोकसभा चुनाव में वर्तमान सांसद रविंद्र कुशवाहा के लिए चुनावी राह और आसान माना जाने लगा है। पिछड़ों का चेहरा माने जाने वाले रविंद्र कुशवाहा पिछले दो बार से सलेमपुर से सांसद है। जबकि उनके पिता स्व. हरिकेवल कुशवाहा भी यहां से चार बार सांसद रह चुके है। रविंद्र कुशवाहा बलिया में दिशा के भी अध्यक्ष रह चुके है लेकिन अक्सर वे अगड़ी पिछड़ी के राजनीति का शिकार होते रहे है। जिसका वे अपने ही अंदाज में विरोध भी जता चुके है। वे बिना किसी तामझाम और गनर के बगैर ही अपना हर कार्यक्रम अटेंड करते है। जिसके कारण वे साफ्ट नेता माने जाते है।