बलियाः रेलवे स्टेशन बाउंड्री या परिसर में शारदीय नवरात्र पर स्थापित होने वाले दुर्गा प्रतिमा और पंडाल निर्माण को लेकर इस बार रेलवे ने अनुमति की बाध्यता को सख्ती से पालन किया है। जिसके कारण वाराणसी रेल मंडल में अब तक दर्जनों आवेदन पहुंचे है। इन रेलवे स्टेशन परिसरों में करीब चार से पांच दशकों से दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित होती रही और भव्य पंडाल में लाखों श्रद्धालू दर्शन को पहुंचते है। अब तक रेलवे परिसरों में पारंपरिक तरीके से बेरोकटोक धार्मिक आयोजन होते रहे है किंतु इस नवरात्र में रेलवे ने अनुमति लेने की बाध्यता का फरमान जारी कर दिया। डीआरएम वाराणसी ने सभी रेलवे स्टेशन के अधक्षिक को पत्र जारी कर रेल परिसर में किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन होने की सूचना देने और बिना अनुमति आयोजनों पर रोक लगाने का फरमान जारी कर दिया। जिससे इस बार पूजा समिति के पदाधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कतिपय लोग इस पत्र का फायदा उठाकर पूजा समिति के पदाधिकारियों को कार्रवाई का भय दिखाकर जमकर हड़का रहे है। जिससे पूजा समिति पदाधिकारियों में भय व्याप्त हो गया है।
कई रेलवे स्टेशनों को मिली अनुमति
वाराणसी रेल मंडल के अंतर्गत विभिन्न रेलवे स्टेशन के पास रेलवे परिसर में नवरात्र पूजन और दुर्गा प्रतिमा स्थापना के लिए इस बार कई पूजा समितियों को अनुमति मिल गई है। औड़िहार रेलवे स्टेशन पूजा समिति ने इस प्रक्रिया को इस बार पहले ही पूरा कर लिया। जबकि दर्जनों आवेदनों पर रेलवे द्वारा सत्यापन प्रक्रिया जारी है।
डीआरएम को करें आवेदन, निर्धारित शुल्क जमाकर मिलता है अनुमति
रेलवे परिसर में पारंपरिक तरीके से धार्मिक आयोजन के लिए रेलवे ने आवेदन देकर अनुमति लेने का प्रावधान जारी कर दिया है। जिसके तहत संबंधित रेलवे मंडल के रेल महाप्रबंधक के नाम आवेदन करते ही रेलवे इसका सत्यापन करता है और रेलवे के तय शर्तों के साथ निर्धारित सरकारी दर पर अनुमति जारी किया जाता है।