अपनों ने ठुकराया तो गेस्ट हाउस में प्रेमी युगल ने रोकर बीताई पहली एनिवर्सरी
दिल्ली से प्रेमविवाहकर लौटे बेटे को मां और भाईयों ने भगाया, पहुंची पुलिस, तनाव व्याप्त
बलियाः कहते है प्यार और मोहब्बत का सदियों से समाज दुश्मन रहा है। बलिया में बेल्थरारोड का एक प्रेम विवाह करने वाला दंपत्ति इन दिनों विशेष परीक्षा के दौर से गुजर रहा है। अपनों ने घर में घुसने से रोक दिया। भाईयों के साथ मां ने भी मुंह मोड़ लिया तो प्रेमी युगल को अपनी पहली एनिवर्सरी अपने ही शहर के गेस्ट हाउस में रोते हुए गुजारनी पड़ी। दिल्ली से प्रेम विवाहकर प्रथम वैवाहिक वर्षगांठ पर घर लौटे दंपत्ति को उसकी मां और भाईयों ने भगा दिया। एक दिसंबर को प्रथम वैवाहिक वर्षगांठ पर अपने घर में जाने का प्रयास प्रेमी युगल का सपना चकनाचूर हो गया और वर्षगांठ के दिन ही जमकर विवाद भी हुआ। मौके पर पुलिस भी पहुंची किंतु सम्मान के साथ जुड़े इस पारिवारिक विवाद का कोई निर्णय नहीं निकल सका। जिसके कारण पिछले तीन दिन से एक गेस्ट हाउस में नवदंपत्ति रोने को विवश है और जैसे तैसे समय काट रहे है। मामला उभांव थाना के पतनारी गांव का है। पूरे गांव में इस मामले की चर्चा जोरों पर है और परिजनों में जबरदस्त तनाव बना हुआ है।
दिल्ली में प्रेम विवाह करने वाले प्रेमी के पिता नहीं है और वह तीन भाईयों में सबसे छोटा है। घर पर मां, अन्य दो भाई और भाभी है। लंबे समय से दिल्ली में रहकर काम करने वाले बेटे ने दिल्ली में रह रही कुशीनगर की ही मूल निवासी स्वजातीय युवती से विवाह कर लिया। इसकी जानकारी मिलते ही परिजनों ने विरोध किया। जिसे दूर करने के लिए बेटे ने कई बार पहल किया। तीन माह पूर्व भी अकेले घर पहुंचकर पत्नी को लाने की बात कही तो भाईयों ने विरोध किया। समय के साथ स्थिति सामान्य होने की उम्मीद में दो दिन पूर्व फिर से सड़क मार्ग से नवदंपत्ति गांव में पहुंचे किंतु परिजनों ने उन्हें घर में घुसने ही नहीं दिया गया।