बलिया से आजमगढ़ के विकास की मुख्य कड़ी बने आलोक सिंह
प्रधान से बने सीयर ब्लाक प्रमुख और लोकसभा के विकास को लगा रहे पंख
बलियाः पूर्व पीएम चंद्रशेखर के गृह जनपद में बेल्थरारोड तहसील अंतर्गत मुजौना गांव के मूल निवासी आलोक सिंह को आज भी उनके गांव के लोग प्रधान जी के रुप में ही जानते है। वे प्रधान से बीडीसी निर्वाचित हुए और वर्तमान में बलिया जनपद के 118 बीडीसी क्षेत्र वाले सीयर ब्लाक के प्रमुख है। लेकिन विकास के प्रति अपनी सकारात्मक और जमीनी ठोस पहल के कारण वे बलिया से लेकर आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र तक के विकास की मुख्य कड़ी बन गए है। पूर्व में भोजपुरी फिल्म के चर्चित प्रोड्यूसर रह चुके आलोक सिंह अपने व्यक्तिगत संबंधों की डोर को मजबूती से थामे रहते है। मानवीय पहलू और भावनात्मक घटनाओं को लेकर संवदनशीलता उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है। जिसे वे अपनी ताकत बनाकर आमजनता और जरुरतमंदों के लिए हर संभव कार्य करते है। कहते है राजनीति में साम दाम दंड भेद सभी पैतरे आजमाएं जाते है। झूठ का बोलबाला होता है। लेकिन इस फ्रेम में वे स्वयं को फिट नहीं कर पाते। यही कारण है कि प्रदेश के सबसे मजबूत समाजवादी गढ़ को लोकसभा उपचुनाव में ढहाने वाले आजमगढ़ सांसद दिनेश लाल निरहू खुले मंच से उन्हें अपना राजनीतिक गुरु मानते है। आलोक सिंह अपने ब्लाक सीयर में विकास की रफ्तार बढ़ाने के साथ ही आजमगढ़ लोकसभा के विकास कार्य को भी मूर्त रुप दे रहे है। आजमगढ़ लोकसभा के सांसद निधि से हो रहे एक एक कार्य को प्राथमिकता के आधार पर वे स्वयं जमीन पर उतार रहे है। ताकि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सके।
क्षेत्र पंचायत के मास्टर प्लान से प्राथमिकतानुसार बारी बारी गांवों की बदल रही सड़क
जनपद बलिया के सीयर ब्लाक के क्षेत्र पंचायत से क्षेत्रपंचायत वार्ड में इस बार करीब ढाई करोड़ की लागत से नौ गांवों की सड़क चकाचक हो रही है। जबकि मुख्य मार्ग से मां भवानी की विख्यात सोनाडीह मां भगेश्वरी परमेश्वरी मंदिर का संपर्क मार्ग का निर्माण और मंदिर जीर्णोद्धार कार्य का करीब 44 लाख की लागत से पूरा कर लिया गया है। क्षेत्र पंचायत से सीयर ब्लाक के विभिन्न गांव और क्षेत्र पंचायत वार्ड में प्राथमिकता के आधार पर सड़क, नाली और रोशनी का कार्य किया जा रहा है। अब तक छ गांवों में जल निकासी की व्यवस्था को सुदृढ किया जा चुका है। जहां से घरों का गंदा पानी गांव के आबादी से बाहर तक नाली और नाला से जोड़ दिया गया है। जिससे इन गांवों को गंदे पानी के जलजमाव से छुटकारा मिल गया। सीयर ब्लाक क्षेत्र के फरसाटार बउल्डी, राजपुर, अमावे, कुण्डैल राजभर बस्ती, सिउरी प्रेमरजा गांव में लगभग 70 लाख की लागत से करीब तीन हजार मीटर लंबा ह्यूमपाइप और यू टाइप नाली का निर्माण किया गया है। जबकि नौ गांवों में छ हजार मीटर लंबा रंगीन जीगजाॅग इंटरलाकिंग और सीसी रोड का निर्माण कार्य पूरा किया गया है। लगभग ढाई करोड़ के बजट से किड़िहरापुर, सोनाडीह, राजपुर, सिउरी, कुचहरा, बहुता, तुर्तीपार, बउल्डी और तेलमा गांव के प्रमुख सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। जबकि ग्राम सभा राजपुर में करीब 25 लाख की लागत से क्षेत्र पंचायत और मनरेगा से करीब 6 सौ मीटर नाली का निर्माण 25 लाख की लागत से कराया गया।
क्षेत्र पंचायत से हर गांव में सड़क बनाने का लक्ष्य, 50 गांव तक हुई पहुंच
– सीयर ब्लाक के क्षेत्र पंचायत से सभी 118 वार्ड क्षेत्र में सड़कों का निर्माण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। क्षेत्र पंचायत का अब तक करीब 50 गांवों में पहुंच हो चुका है और हर गांव में सड़क, नाली और बिजली के लिए मास्टर प्लान तैयार है। जिसके तहत कार्यकाल में हर क्षेत्र पंचायत में निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा ताकि गांवों की सड़कें चकाचक हो सके और जलनिकासी की समस्या दूर हो। – आलोक सिंह, ब्लाक प्रमुख सीयर
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क्षेत्र पंचायत से तेजी से हो रहा कार्य
– क्षेत्र पंचायत द्वारा गांवों में सड़क और नाली का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है। मनरेगा से भी गंवई मजदूरों को काम मिल रहा है। जिसका समय समय पर सुपरविजन होता है। गांव में हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी देखी जा रही है। ताकि गांव में बनने वाली सड़क और नाली मानक के अनुरुप बन सके।- मधुछंदा सिंह, बीडीओ, सीयर