जन्मजात मूक बधिर बच्चे भी अब बोल और सुन सकेंगे, वाराणसी में होगा आपरेशन
मद्धेशिया समाज की पहल पर एमओआईसीसी के 11वें स्थापना वर्ष में चलेगा अभियान मुस्कान

वाराणसीः जन्मजात मूक बधिर बच्चे भी अब बोल और सुन सकेंगे। वाराणसी में उनका निशुल्क आपरेशन होगा। मद्धेशिया समाज की पहल पर एमओआईसीसी ( मध्यदेशीय ऑनलाइन इंटरनेशनल कोर कमेटी) के 11वें स्थापना वर्ष में जन्मजात मूक बधिर बच्चों के लिए आपरेशन मुस्कान चलाया जायेगा। इसके तहत तीन वर्ष तक के जन्मजात मूक बधिर बच्चों का चयन होगा और उनका वाराणसी में निशुल्क आपरेशन होगा। यह अभियान पूरे साल चलेगा ताकि क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा मूक बधिर गरीब बच्चों के चेहरे और उनके परिजनों को सुकून मिल सके।
वरिष्ठ सर्जन डा. मनोज कुमार गुप्ता ने मद्धेशिया समाज से किया करार
जन्मजात मूक बधिर मद्धेशिया समाज के बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए वाराणसी के वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर मनोज कुमार गुप्ता, चेयरमैन सत्कृति हॉस्पिटल ने मद्धेशिया समाज से इसके लिए सशर्त अपनी स्वीकृति दे दी है। मद्धेशिया समाज से हुए करार में सत्कृति हाॅस्पिट पर ही सर्जन द्वारा 0 से तीन वर्ष तक के जन्मजात मूक बबिधर सभी बच्चों का निशुल्क कॉकलियर इंप्लांट से इलाज करेंगे। जिससे भारत, नेपाल और बंग्लादेश के भी मद्धेशिया समाज के जन्मजात मूक बधिर बच्चे भी अब खिलखिला सकेंगे। पूर्व में बच्चों की दिल्ली के एम्स समेत कई बड़े निजी अस्पतालों में इंप्लांट सर्जरी के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़ते थे। इसके लिए सत्कृति फाउंडेशन वाराणसी से अंतराष्ट्रीय संस्था मध्यदेशीय ऑनलाइन इंटरनेशनल कोर कमेटी (एमओआईसीसी) एवं मध्यदेशीय वैश्य महासभा (अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा) यूपी संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय स्तर पर अनुबंध किया है।
एमओआईसीसी संस्थापक ने की सर्जरी की घोषणा
एमओआईसीसी के संस्थापक एवं राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि इसके लिए अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विजय कुमार गुप्ता एवं यूपी के प्रांतिय अध्यक्ष दिनेश कुमार गुप्ता की भी स्वीकृति मिल गई है। जिनके निर्देशन में यह आपरेशन मुस्कान के तहत ज्यादा से ज्यादा बच्चों को लाभ दिलाया जायेगा।
देश में मूक बधिर बच्चों की संख्या है लगभग 40 लाख
एक अनुमान के मुताबिक देश में करीब 40 लाख मूक बधिर बच्चे हैं। तमाम बच्चों में यह बीमारी जन्मजात होती है। ऐसे बच्चों का इलाज कॉकलियर इंप्लांट सर्जरी है। यह सुविधा देश के चुनिंदा अस्पतालों में है। सात से आठ लाख रुपये खर्च होने की वजह से गरीब लोग अस्पतालों में बच्चों का इलाज नहीं करा पाते हैं। मध्यदेशीय वैश्य महासभा (अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्य सभा) उत्तर प्रदेश (एमवीएमसी यूपी) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं संरक्षक रंजीत गुप्ता ने बताया कि मुस्कान प्रोजेक्ट से उन परिवारों में खुशहाली लाना मकसद है जहाँ उम्मीद खत्म हो चुकी है। एमओआईसीसी के संरक्षक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता (मामा जी) एवं विधि सलाहकार वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी गुप्ता, आलोक गुप्ता, दिलीप गुप्ता, किशोर गुप्ता, राज किशोर, पवन गुप्ता, हेमंत गुप्ता, विनय गुप्ता, पुनीत गुप्ता, रामचन्द्र गुप्ता ने एमओआईसीसी के 11वें स्थापना दिवस की बधाई दी है।