बलिया में चकबंदी विभाग बेलगाम, महिलाओं ने घेरा
पत्थर नसब करने पहुंचे चकबंदी अधिकारी के खिलाफ काश्तकारों ने की नारेबाजी, जताई नाराजगी
पत्थर नसब करने पहुंचे चकबंदी अधिकारी के खिलाफ काश्तकारों ने की नारेबाजी, जताई नाराजगी
बलिया: जनपद बलिया के बेल्थरारोड तहसील का चकबंदी विभाग पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। पिपरौली बड़ागांव में काश्तकारों का खेत इधर उधर करके सम्बंधित एसीओ और लेखपाल द्वारा जमकर धन उगाही किया जा रहा है। उक्त आरोप लगाते हुए पीड़ित काश्तकारों ने सोमवार को गांव में पत्थर नसब करने पहुंचे सम्बंधित लेखपाल अजय यादव और एसीओ को घेर लिया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कुछ महिला काश्तकार अपनी समस्या बताकर रो पड़ी। जिससे चकबंदी लेखपाल और अधिकारियों की जमकर फजीहत हुई। बाद में वे किसी तरह ग्रामीणों से पीछा छुड़ा कर चुपचाप निकलने में सफल हो गए। गांव में सोमवार को वे चक का पत्थर नसब करने पहुंचे थे। इस दौरान लेखपाल व अन्य विभागीय अधिकारियों को घेर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और कुछ पीड़ित महिलाए रो भी पड़ी। काश्तकारों ने आरोप लगाया कि पिपरौली बड़ागांव में चकबंदी लेखपाल अजय यादव और एसीओ ने बड़े काश्तकारों को फायदा पहुंचाने के लिए बड़े काश्तकार का खेत नजदीक कर दिया और गरीब व छोटे काश्तकारों का खेत दूर ताल में इधर उधर कर दिया। कहा कि बड़े काश्तकार को लाभ पहुंचाने के लिए खेत को गांव के नजदीक चकाउट बना दिया गया है और छोटे किसानों के खेत का नम्बर ताल में कर दिया गया है। जिसे ग्रामीण करीब पांच दशक से जोतते बोते रहे है। जिसकी भूस्वामी से सहमति तक नहीं ली गई है। जिससे नाराज सरोज, निर्भय, गीता, उर्मिला समेत अनेक काश्तकारों ने चकबंदी अधिकारी को घेर लिया और नाराजगी जताई। इस दौरान ग्रामीणों ने चकबंदी विभाग की मनमानी को लेकर नारेबाजी भी की। ग्रामीणों के अनुसार चकबंदी सीओ से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं है। आलाधिकारी भी मौन साधे हुए है। जिससे प्रदेश सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। जिलाधिकारी व अन्य सम्बंधित अधिकारियों द्वारा ऐसे चकबन्दी अधिकारी और कर्मचारियों पर कोई करवाई नही होने से आमजन में विभाग के प्रति नाराजगी व्याप्त है।