क्षतिग्रस्त ठोकरों के पास बन रहा बंबू क्रेट, धारा मोड़ने का हो रहा प्रयास
हाहानाला बंधा और आबादी बचाने की मुहिम हुई तेज

बलियाः सरयू किनारे चैनपुर में नदी के कटान से क्षतिग्रस्त हुए दो ठोकरों के पास हो रही भीषण कटान से बचाव के लिए बंबू क्रेट का निर्माण शुरु किया गया है। ताकि इस क्षेत्र को कटान से बचाया जा सके। जिससे क्षेत्रवासियों को कटान से राहत मिलने की उम्मीद जग गई है।
क्षतिग्रस्त ठोकरों के पास सरयू किनारे फ्लड फाइटिंग वर्क स्टार्ट
बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता संजय मिश्र ने बताया कि फ्लड फाइटिंग वर्क के लिए चैनपुर टंगुनिया में बाढ़ खंड के एई कैंप कर रहे है। जहां क्षतिग्रस्त दो ठोकर समेत तीन ठोकर के पास लगभग 25 बंबू क्रेट बनाएं जा रहे है। जिससे नदी की धारा के टकराव से हो रहे कटान और नुकसान को कम करने की कोशिश की जा रही है। नदी की सीधी धारा यहां से मुड़ जाएं और यहां बने ठोकर, स्पर और बंधे का कटान न हो सके। विभाग द्वारा यहां तीन ठोकरों के नोज, अपर और लोवर स्ट्रीम के पास विशेष फ्लड फाइटिंग वर्क करने की तैयारी है।
बंधा और आबादी बचाने के लिए जरुरी है कटानरोधी कार्य: दिनेश यादव
जिलापंचायत सदस्य दिनेश यादव ने बुधवार को भी कटानरोधी कार्य को देखा। बताया कि कटान फिर से यहां तेज हो गया है। समय रहते बचाव नहीं हुआ तो हाहानाला बंधा क्षतिग्रस्त हो सकता है। आपको बता दें कि बेल्थरारोड के सरयू किनारे चैनपुर और टंगुनिया के बीच करीब पांच ठोकर बनाएं गए थे। इनमें दो ठोकर का नोज सरयू की तेज कटान में पूरी तरह से बह गया है। दो ठोकरों के बीच नदी की लहरों से टकराकर यहां भारी कटान जारी है। साथ ही पास में करीब दो बिगहा भूमि भी नदी में समा गई।
खतरा निशान की तरफ बढ़ी सरयू, जलस्तर पहुंचा 63.250 मीटर
बेल्थरारोड तुर्तीपार हेड पर सरयू नदी का जलस्तर तेजी से खतरा निशान की तरफ बढ़ने लगा है। चैनपुर और टंगुनिया गांव के पास हाहानाला पर नदी किनारे कटान तेज हो गया है। यहां तेज आवाज के साथ उपजाऊ भूमि नदी में समा रही है। जिससे तटवर्ती इलाकों में नदी के कटान से दहशत व्याप्त हो गया है। सरयू नदी के जलस्तर में इन दिनों तेजी से बढ़ाव जारी है। गुरुवार को तीन सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार नदी में बढ़ाव दर्ज किया गया। नदी का जलस्तर यहां 63.250 मीटर पहुंच गया है। जो खतरा निशान से अब महज 76 सेंटीमीटर दूर रह गया है।