बिल्थरारोड में कांग्रेस से पहली महिला प्रत्याशी बनी गीता गोयल
लड़की हूं लड़की लड़ सकती का बढ़ायेंगी कारवां

बलियाः जनपद बलिया के एकलौते सुरक्षित बिल्थरारोड सीट पर कांग्रेस ने पहली बार महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है और गीता गोयल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। गीता गोयल जनपद के रसड़ा विधानसभा के कुरेम गावं की मूल निवासी है। व ेअब कांग्रेस के लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे को आगे बढ़ायेंगी। गीता गोयल ने विशेष रुप से महिलाओं के बीच अपना विशेष पैठ बनाया है।
महिला सशक्तिकरण और औद्योगिक क्षेत्र बनाने पर होगा विशेष जोर
प्रत्याशी घोषित होने के बाद गीता गोयल ने जीत पक्की बताते हुए कहा कि बिल्थरारोड का चतुर्दिक विकास ही उनका लक्ष्य है। वे विशेष रुप से महिला सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को स्वावलंबी बनाने पर जोर देंगी। साथ ही औद्योगिक क्षेत्र के रुप में इसे विकसित करते हुए रोजगार के विशेष अवसर लाएं जायेंगे। कुटीर उद्योग को भी बढ़ावा दिया जायेगा।
खुद शिक्षक है गीता गोयल, पति भी प्रधानाध्यापक
43 वर्षीय गीता गोयल बीए बीएड कर चुकी है और कुरेम रसड़ा में एडेड विद्यालय में शिक्षक है। इनके पति संतोष गोयल रसड़ा जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक है। इनके पुत्र अभिनव शुभम गोयल और पुत्री अंशिका सुधी गोयल फिलहाल आईएएस की तैयारी कर रहे है।
पूर्व विधायक हरदेव राम है फूफा, कांग्रेस को कर रही मजबूत
गीता गोयल शिक्षित परिवार से है और बिल्थरारोड पुरा पतोई गांव के मूल निवासी एवं रसड़ा से दो बार विधायक रहे हरदेव राम इनके फूफा है। जबकि रसड़ा से ही पूर्व विधायक रहे स्व. अनिल पासी इनके पति संतोष गोयल के ममेरे भाई है। गीता गोयल का परिवार पूराना कांग्रेसी है और हाथ का साथ के लिए कई बार चुनाव प्रचार में भाग लेते रहे है। गीता गोयल का शुरु से ही समाजसेवा में रुची रहा है। वे पहली बार कांग्रेस की टिकट पर बिल्थरारोड विधानसभा से अपना राजनीतिक भाग्य आजमायेंगी। गांव-गांव में 420 बूथों पर कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए कार्य कर चुकी है।