घोर लापरवाहीः टाट पर राजकीय स्कूल, न छत, न ही बेंच, ठंड में ठिठुर रहे छात्र
बलिया में 125 राजकीय स्कूल के जर्जर बिल्डिंग किए गए है ध्वस्त, भवन निर्माण की टेंडर प्रक्रिया अभी अधूरी
रिपोर्टः शिवांगी प्रिया
घोर लापरवाहीः टाट पर राजकीय स्कूल, न छत, न ही बेंच, ठंड में ठिठुर रहे छात्र
बलिया में 125 राजकीय स्कूल के जर्जर बिल्डिंग किए गए है ध्वस्त, भवन निर्माण की टेंडर प्रक्रिया अभी अधूरी
बलियाः योगी सरकार में टाट पर पढ़ रहे राजकीय स्कूल के छात्र, यहां न तो स्कूल का भवन है और न ही बेंच। हादसे के भय से पुराना जर्जर स्कूल का भवन तो गिरा दिया गया लेकिन अब तक नए बिल्डिंग के निर्माण की नींव तक नहीं डाली जा सकी और न ही छात्रों के पढ़ने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई। बलिया जनपद में कुल 125 राजकीय स्कूल के जर्जर बिल्डिंग ध्वस्त कर दिए गए है। यहां नया स्कूल भवन का निर्माण होना है लेकिन अभी तक टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। इन स्कूलों के नए भवन का निर्माण मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है लेकिन इस बीच ठंड में इन स्कूलों के संचालन की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके कारण हजारों छात्र खुले आसमान के नीचे टाट पर पढ़ने को विवश है। शिक्षा विभाग के इस घोर लापरवाही को लेकर विभागीय अधिकारी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी मौन है।
बिना वैकल्पिक व्यवस्था गिरा दिए राजकीय स्कूलों के जर्जर भवन
जनपद के बलिया में 14 जूनियर हाईस्कूल और 111 प्राथमिक स्कूल ऐसे है, जिनके जर्जर भवन को ध्वस्तीकरण की स्वीकृति के बाद नया बनाने के लिए गिरा दिया गया है। इनमें शिक्षा क्षेत्र सीयर, रेवती, नगरा, रसड़ा, चिलकहर, सोहांव, बेरुआरबारी समेत अनेक शिक्षा क्षेत्र के स्कूल शामिल है। लेकिन नए भवन की अभी तक टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है और न ही इन स्कूलों के संचालन के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था ही की गई। जिसके कारण इन स्कूलों के छात्र स्कूल के समीप ही गिरे मलबे के पास खुले आसमान के नीचे पढ़ने को विवश है। बढ़ती ठंड के बीच छात्र अब ऐसी व्यवस्था में ठिठुर कर सिमटने लगे है। जिसके कारण अक्सर कुछ छात्रों की तबियत भी बिगड़ जाती है।
ऐसी होनी चाहिए वैकल्पिक व्यवस्था
नए भवन बनाने की प्रक्रिया पूरी होने तक प्रभावित स्कूल के छात्रों को पास के राजकीय स्कूलों में शिफ्ट किया जाना चाहिए या फिर आसपास के भवन को किराए पर लेकर स्कूल का संचालन कराया जाना चाहिए। ऐसा प्रावधान होने के बावजूद विभागीय अधिकारी इसे अपनी फजीहत मान इसकी पहल तक करने की जहमत नहीं उठा रहे है। जिससे आमजन में जबरदस्त नाराजगी है।
खुले आसमान के नीचे टाट पर पढ़ रहे सीयर शिक्षा क्षेत्र के तीन स्कूलों के छात्र
सीयर शिक्षा क्षेत्र में तीन स्कूलों का भवन ध्वस्त किया गया है। सीयर क्षेत्र के उभांव प्राथमिक स्कूल में नए भवन के इंतजार में पिछले एक साल से छात्र खुले में टाट पर पढ़ रहे है और ठंड बढ़ने के साथ बच्चे ठिठुर रहे है। पूर्व में इस्लामिया के नाम से चर्चित यह स्कूल अब प्राथमिक विद्यालय उभांव के नाम संचालित है। यहां पढ़ने वाले 129 छात्रों के पढ़ने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं किया गया। खुले खेत में छात्र हर दिन टाट पर बैठकर पढ़ रहे है। वह भी तीन क्लास के छात्रों को एक ही शिक्षक हर दिन एक साथ पढ़ा रहे है। स्कूल के नाम पर पुराने एकलौते कमरे में भी हेडमास्टर दो कक्षाओं के छात्रों को शिक्षा मित्र के साथ पढ़ा रही है। इसी कमरे में हेडमास्टर का दफ्तर भी है। हेडमास्टर श्रीमती मीना यादव, सहायक अध्ययापक मो. अयूब, अश्वनी कुमार और शिक्षामित्र पुष्पलता सिंह के भरोसे यहां 129 छात्रों की पढ़ाई कक्षा एक से पांच तक चल रही है। भवन न होने पर विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था पर कोई वर्क ही अब तक नहीं किया है। जिसका खामियाजा यहां के छात्रों को बढ़ती ठंड में भी झेलना पड़ रहा है। यही हालत सीयर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय शिवपुर मठिया और लोहटा नं. 2 गांव में भी है। यहां भी स्कूल के पुराने जर्जर भवन को गिरा दिया गया है। नए भवन के लिए टेंडर भी हो गया है लेकिन अब तक नए स्कूल भवन की नींव तक नहीं डाली गई है। इन स्कूलों के संचालन के लिए विभागीय अधिकारी भी लाचार सा दिख रहे है। इन स्कूलों के संचालन और छात्रों की पढ़ाई को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
वैकल्पिक व्यवस्था की नहीं मिली है अनुमति, उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है समस्या
सीयर शिक्षा क्षेत्र के एसडीआई राकेश सिंह ने कहा कि क्षेत्र के उभांव, शिवपुर मठिया और लोहटा नं. 2 गांव में संचालित तीन प्राथमिक स्कूल के भवन जर्जर होने के कारण ध्वस्त कर दिए गए है। जिसके नए भवन निर्माण होने है लेकिन इन समयों में स्कूल संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की अब तक कोई अनुमति नहीं मिली है। पूरे स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
पास के राजकीय स्कूल में शिफ्ट होंगे छात्र
भवन निर्माण विभाग के जिला कोआर्डिनेटर (डीसी) सत्येंद्र कुमार राय ने बताया कि सभी ध्वस्तीकृत स्कूलों के नए भवन का निर्माण मार्च 2023 किया जाना है। निर्माण के लिए पर्याप्त बजट आ चुका है। सीडीओ द्वारा जल्द ही कार्यदेयी संस्था नामित किया जायेगा। भवन निर्माण के दौरान सभी प्रभावित स्कूलों का संचालन पास के राजकीय स्कूलों में किया जाना है।
सीयर शिक्षा क्षेत्र में ध्वस्तीकृत जर्जर भवन वाला स्कूल- तीन (उभांव, शिवपुर मठिया और लोहटा नं. 2)
बलिया जनपद में ध्वस्तीकृत स्कूलों का भवन- प्राथमिक स्कूल 111, जूनियर हाईस्कूल- 14