सील होने के तीसरे दिन तक भटक रहे होटल मालिक
पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई संबंधित अब तक होटल मालिक को नहीं दिया कोई कागजात
होटल पर प्रशासनिक कार्रवाई या राजनीति, जोर पकड़ने लगी चर्चा
होटल में ही कैद है होटल संबंधित कई कागजात
बलियाः जनपद बलिया के बेल्थरारोड के चर्चित प्रताप होटल सील होने के तीसरे दिन तक अधिकारियों ने इसके मालिक को कार्रवाई संबंधित कोई कागजात उपलब्ध नहीं कराया है। होटल मैनेजर राजेश सिंह ने बताया कि होटल सील करने संबंधित कोई कागजात उन्हें अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। जबकि होटल संबंधित अनेक आवश्यक कागजात होटल में ही बंद है। जिसके कारण होटल मालिक जिला मुख्यालय से लेकर तहसील तक के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर लगा रहे है। स्थानीय थाना पुलिस इसे लेकर उच्चाधिकारियों से संपर्क करने की बात कह रहे है। जबकि करीब पांच घंटे तक जांच के बाद होटल को सील करने वाले सीओ रसड़ा और एसडीएम बेल्थरारोड भी इस संदर्भ में कोई ठोस जवाब नहीं दे रहे है। जिसके कारण इस कार्रवाई पर उंगली उठने लगी है। होटल पर कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक उपलब्धि या राजनीतिक दबाव को लेकर तरह तरह की चर्चा व्याप्त है। आपको बता दें कि विगत 5 जून को बलिया एसपी के निर्देश का हवाला देकर पहले पुलिस ने घंटों होटल की जांच की और देर शाम एसडीएम की मौजूदगी में सीओ रसड़ा ने होटल को सील कर दिया लेकिन अब तक कार्रवाई संबंधित कोई कागजात होटल मालिक को उपलब्ध नहीं कराया गया है। होटल सील कर जांच करने की बात कहकर अधिकारी चुप्पी साध गए है।
जांच के नाम पर होटल पर बिना मजिस्ट्रेट पांच घंटे थी पुलिस
बेल्थरारोड के चर्चित प्रताप होटल विगत 5 जून सोमवार को जांच के लिए पुलिस करीब पांच घंटे जमी रही। देर शाम एसडीएम सीमा पांडे की मौजूदगी में रसड़ा सीओ फहीम अहमद ने होटल को सील कर दिया। पुलिस के इस कार्रवाई के पीछे राजनीतिक दबाव बताया जा रहा है। जिसे लेकर आमजन में तरह तरह की चर्चा व्याप्त है।
सीओ ने की पत्रकारों के बीच कार्रवाई की पुष्टि
सीओ फहीम अहमद ने बताया कि होटल अब तक बिना रजिस्ट्रेशन, अग्निश्मनरोधी यंत्र और बिना पार्किंग व्यवस्था के तहत अनियमितता के साथ संचालित था। जिसे जांच के बाद सील कर दिया गया है। हालांकि होटल की जांच में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली। बिना मजिस्ट्रेट के पुलिस के घंटों हुई इस पुलिसिया कार्रवाई और जांच को लेकर पब्लिक में तरह तरह की चर्चा व्याप्त है। होटल पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर छापामारी के लिए सबसे पहले मनियर थाना की पुलिस यहां पहुंची थी। जिसके बाद सूचना पर सीयर पुलिस चैकी और उभांव थाना की पुलिस पहुंची थी। घंटो जांच के बावजूद कोई संदिग्ध गतिविधि न मिलने पर सभी पुलिस यहां से लौट गई। लेकिन निगरानी के लिए चैकी इंचार्ज देवेंद्र प्रजापति को दलबल के साथ मौके पर तैनात कर दिया गया था। बाद में देर शाम सीओ रसड़ा पहुंचे तो एसडीएम भी आ धमकी और होटल को नियम विरुद्ध संचालन बताकर सील करने का निर्देश दिया। पूरे प्रकरण में पुलिसिया कार्रवाई को राजनीतिक दबाव ही मुख्य कारण बताया जाता रहा है।