
बलियाः सामान्य प्रसव से जन्मी जुड़वा बच्ची में दीया नामक एक बच्ची की आखिरकार जान बचा ली गई। परसिया गांव निवासी दंपत्ति ने बुधवार को इसके लिए बेल्थरारोड के श्रीसाई क्लिनिक पर पहुंचकर डा. रामकृपाल शर्मा का आभार जताया है। बबली यादव ने बताया कि उसके जुड़वा बच्ची में एक ने जन्म के कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया था और दूसरी बच्ची को लेकर कई दिन तक अस्पताल का चक्कर लगाती रही। मऊ जनपद के कई डाक्टरों ने दीया के बचने की उम्मीद शून्य बताकर घर भेज दिया। भगवान भरोसे दंपत्ति ने बेल्थरारोड के श्रीसाई क्लिनीक में भर्ती कराया और तीन दिन में ही दीया बुझने से बच गई।
मऊ के डाक्टरों ने कर दिया था नाउम्मीद
सामान्य प्रसव के बाद जुड़वा बच्चियों में एक ने तो पहले ही दम तोड़ दिया किंतु दूसरी बच्ची के भी बचने की आस टूटने लगी। मऊ राहुल अस्पताल के डाक्टरों द्वारा इंकार किए जाने के बाद नाउम्मीद हो परिजन उसे लेकर बेल्थरारोड पहुंचे और श्री साई क्लिनिक पर उसे भर्ती करा दिया। जहां तीन दिन में ही बच्ची की हालत में सुधार हो गया और अब उसके वजन में भी आधा किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई। जिससे खुश होकर परिजनों बुधवार को श्री साई क्लिनिक पहुंचे और अस्पताल के चिकित्सक डा. रामकृपाल शर्मा के प्रति आभार जताया।
तीसरी संतान की सलामती हो परिजन हो गए थे नाउम्मीद
क्षेत्र के परसिया गांव निवासी बबली यादव और सूर्यजीत यादव नामक पति-पत्नी ने बताया कि उसके एक पुत्र और एक पुत्री है। तीसरी डिलेवरी भी सामान्य घर पर ही हुआ लेकिन दो जुड़वा बेटियों में एक ने पहले ही दम तोड़ दिया। दूसरे के सेहत को लेकर वे डेढ़ महीने तक अस्पतालों में भागते रहे। दंपत्ति ने बताया कि वे अपनी तीसरी संतान के सेहत को लेकर काफी चिंतीत थे। इस बीच वे भगवान भरोसे बेल्थरारोड के श्री साई क्लिनिक पर पहुंचे। जहां उसकी बिटिया को जीवनदान मिला।