पूर्वांचल का अनोखा लाग जुलूस, देवी कृपा से मुंह के गाल में आरपार होता है छड़
भक्ति की अनोखी शक्तिः नगरा के लाग जुलूस में नुकीले छड़ से गाल छेद भक्त हुए शामिल
बलियाः धर्म के प्रति आस्था की पराकाष्ठा और भक्ति के अजब गजब तरीके अक्सर लोगों को अचंभित करते रहे है। बलिया जनपद के नगरा का विख्यात लाग जुलूस भी पूर्वांचल में अपने आप में एकलौता अनोखा जुलूस है। जिसमें गजब की भक्ति की शक्ति देखने को मिलती है। शारदीय नवरात्र के नवमी पर यहां विख्यात लाग जुलूस निकला। जिसमें नुकीले छड़ से गाल (गलफड़) को छेद कर भक्त जुलूस में लाग का हिस्सा बने और पूरे नगरा क्षेत्र में भ्रमण किया। इस दौरान जयमाता दी के जयकारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। इसे देखने के लिए हजारों की भीड़ जुटी रही और प्रशासनिक अमला भी सुरक्षा में लगा रहा।
गाल में छड़ आरपार होने पर भी नहीं होता दर्द
अब तक यह परंपरा रही है कि गाल में नुकीले छड़ आरपार होने के बाद भी किसी तरह का दर्द का आभास लोगों को नहीं होता है और न ही इसका घाव पकता है। माना जाता है कि यह सब देवी की कृपा से ही संभव होता है। दोनों तरफ गलफड़ में छिद्र होकर नुकीला छड़ घुसा होने के बाद भी किसी तरह का दर्द नहीं होता और न ही इसका घाव पकता है। इन युवाओं की देखरेख में जुटे लोग गलफड़ पर गुलाब जल का छिड़काव करते रहतें हैं।
विख्यात है नगरा का लाग जुलूस
शारदीय नवरात्रि में नवमी तिथि को हर साल निकलने वाला ऐतिहासिक लाग जुलूस मंगलवार को धूमधाम के साथ निकाला गया। नगर के आदर्श दुर्गा पूजन समारोह समिति पूरब मुहल्ला के तत्वाधान में काली मंदिर से निकले लाग में महिलाओ एवं युवाओं ने बढ-चढ कर हिस्सा लिया। लाग में शामिल युवक नुकीले छड़ से अपने गलफड़ को छेदते हैं तथा एक दुसरे के गलफड में घुसे हुए छड़ को पकड़े रहते हैं। इसके बाद जुलुस की शक्ल में पूरे बाजार का भ्रमण करतें हैं। इसके पूर्व काली मंदिर पर शक्ति की अराधना होती है।
पूर्वांचल के अनोखे लाग जुलूस की यह है मान्यता
पूजन समिति के सदस्यों की मानें तो मां दुर्गा के दरबार में मन्नत पूरी होने पर ही शारदीय नवरात्र के इस अनोखे लाग जुलूस का लोग हिस्सा बनते है। इस तरह का ऐतिहासिक लाग पूर्वांचल में कहीं भी नहीं निकलता है। इसे देखने के लिए दूर दराज गांवों से महिला व पुरुषों की भीड़ उमड़ती है।
जुलूस में सीओ और पुलिस प्रशासन के साथ जमी रही भीड़
लाग में धर्मेंद्र चैहान, पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, पूर्व प्रधान काशीनाथ जायसवाल, राजू सोनी, अमरेन्द्र सोनी, डा डीएन प्रसाद सहित काफी संख्या में दर्शक व श्रद्धालु मौजूद रहे। इस दौरान क्षेत्राधिकारी रसड़ा शिवनारायण वैस, थानाध्यक्ष डीएन दूबे सहित भारी संख्या में पुलिस पीएसी भी मुस्तैद रही।