पिलिया से पीड़ित नवजात के इलाज का नया विकल्प बना साई क्लिनिक
बेल्थरारोड साई क्लिनिक पर तीन दिन में तीन नवजात को मिली जिंदगी

बलियाः जन्म लेते ही नवजात बच्चों में पीलिया की बढ़ती बीमारी आम बात हो गई है। ऐसे में समय रहते इलाज न होना नवजात बच्चों के जान जाने का कारण बन जाता है। मऊ, गोरखपुर और वाराणसी पर निर्भर बेल्थरारोड की स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच साई क्लिनिक ने क्षेत्र में बच्चों के इलाज के लिए नया विकल्प बन गया है।
मिश्रौली रोड पर संचालित है श्री साई क्लिनिक
बेल्थरारोड के मिश्रौली रोड स्थित श्री साई क्लिनिक पर पिछले महज तीन दिन में तीन नवजात बच्चों को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। बेलौली की प्रियंका की महज एक किलो एक सौ ग्राम की जन्मी नवजात बच्ची को गंभीर पिलिया अटैक पर यहां भर्ती कराया गया। जहां तीसरे दिन ही बच्ची का वजन और तबियत दोनों में ही सुधार हो गया। किड़िहरापुर की प्रीति के बच्च्ी को भी प्रसव के दौरान गंदा पानी पीने से पिलिया हो गया। जिसके पेट से कचड़ा की सफाई की गई और वह दूसरे दिन खतरे से बाहर आ गई। बउल्डी फरसाटार निवासी प्रीति कुमारी के बच्चे को भी यहां एनआईसीयू में भर्ती कराया गया। जहां उसकी जिंदगी बच सकी।
डा. आर.के. शर्मा के देखरेख चल रहा क्लिनिक
जहां उन्हें चिकित्सक डा. आर. के. शर्मा के देखरेख में इलाज से तीनों को नई जिंदगी मिल गई। जिनके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के प्रति आभार जताया। यहां बच्चों के लिए एनआईसीयू की भरपूर व्यवस्था है। जहां एक साथ करीब एक दर्जन नवजात बच्चों को एनआईसीयू में भर्ती किए जाने की व्यवस्था है।