बलिया

भूमाफियाओं की दबंगई के खिलाफ सुभासपा विधानसभा अध्यक्ष ने की कार्रवाई की मांग

पूर्व प्रधान के पिता के नाम है अरबों की संपत्ति

R News Manch

भूमाफियाओं की दबंगई के खिलाफ सुभासपा विधानसभा अध्यक्ष ने की कार्रवाई की मांग
पूर्व प्रधान के पिता के नाम है अरबों की संपत्ति
बलियाः जनपद बलिया के बेल्थरारोड तहसील परिसर स्थित रजिस्ट्री कार्यालय के बाहर रसड़ा के भूमाफियाओं द्वारा दबंगई करने के खिलाफ सुभासपा नेताओं ने कार्रवाई की मांग की है। सुभासपा के विधानसभा अध्यक्ष हरिनाथ प्रसाद ने डीएम रविंद्र कुमार को लिखित ज्ञापन सौंपा। सुभासपा नेताओं ने आरोप लगाया कि रजिस्ट्री कार्यालय के बाहर अक्सर भू माफियाओं, दलालों के कारण विवाद हो रहा है। शुक्रवार को बहोरवा खुर्द के पूर्व प्रधान शेख ग्यास अहमद की सौतेली बहन के साथ भी रसड़ा के भूमि माफियाओं ने तहसील में दहशत बढ़ाने का दुस्साहस किया और स्थानीय अधिवक्ताओं को भी धमकाया है। भूमाफियाओं ने पपीड़ित को बेल्थरारोड में रुद्रपुर जैसी घटना को अंजाम देने की भी धमकी दी है। जो निंदनीय है। इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं पीड़ित पूर्व प्रधान शेख ग्यास अहमद ने भी शनिवार को डीएम को लिखित प्रार्थनापत्र देकर दबंग भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। आपकों बता दें कि शुक्रवार को तहसील परिसर में अपने पिता की पूरी संपत्ति अपने नाम लिखवाने सौतेली बेटी रफत कुछ दबंग भू कारोबारियों के साथ पहुंची थी। इस दौरान रफत और उसके सौतेले भाई पूर्व प्रधान शेख ग्यास अहमद के बीच जमकर बवाल हुआ था।

पूर्व प्रधान के पिता के नाम है अरबों की संपत्ति
– सीयर ब्लाक के बहोरवां खुर्द गांव के पूर्व प्रधान शेख ग्यास अहमद के करीब 85 वर्षीय पिता नेसार अहमद के नाम बहोरवा खुर्द गांव में मुख्य सड़क किनारे करोड़ों की भू संपत्ति है। इसमें करीब 20 बिगहा की भूमि और पांच बिगहा बगीचा भी शामिल है। जबकि मुंबई में उनके नाम पर अरबों की संपत्ति है। नेसार अहमद की दो शादियां थी। पहली पत्नी स्व. माजता खातून से एकलौते पुत्र पूर्व प्रधान शेख ग्यास अहमद है। शेख ग्यास पिछले करीब एक दशक पूर्व ही मुंबई से अपने गांव बहोरवा खुर्द आ गए और यहां के प्रधान भी रहें। जबकि उनके पिता नेसार अहमद की दूसरी जीवित पत्नी हफीजा बीबी से एक पुत्र आसिफ और दो पुत्री रफत और आसिफ है। पूर्व प्रधान की सौतेली बड़ी बहन जीनत भी वृद्ध पिता द्वारा पूरी संपत्ति एक पुत्री के नाम लिखने का विरोध कर रही है। जबकि छोटी सौतेली बहन रफत पूरी भू संपत्ति अपने नाम करवाने और उसे भू कारोबारियों के हाथों बेचने की जिद पर अड़ी है। यही कारण है कि रसड़ा के कुछ भू कारोबारियों ने सौतेले भाई बहन के विवाद का फायदा उठाकर करोड़ों की संपत्ति को समेटने के लिए दबंगई पर उतर गए। भू कारोबारी दबंगों ने सौतेली बहन को आगे कर भाई बहन में तनाव इतना बढ़ाया कि संपत्ति के लिए दोनों के बीच तहसील परिसर में जमकर गाली गलौज और धक्का मुक्की हुआ। हालांकि बहोरवां खुर्द गांव के भू संपत्ति के क्रय विक्रय पर बेल्थरारोड एसडीएम न्यायालय से आगामी 16 अक्टूबर तक रोक है।


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