पीड़िता का अधीक्षक ने लिया बयान, पीड़िता ने अस्पताल पर लगा गंभीर आरोप
डिलक्स हास्पिटल ने दी थी कई बार धमकी

बलियाः जच्चा बच्चा मौत मामले के करीब 50 दिन बाद पीड़िता आशा ने बेल्थरारोड के सीयर सीएचसी अधीक्षक को लिखित शिकायती पत्र और शपथ पत्र सौंपा। जिसके बाद अधिक्षक डा. राकेश सिंह ने पीड़िता आशा शर्मा का बयान लिया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि डिलक्स हास्पिटल के लापरवाही से ही आपरेशन के दौरान उनकी प्रसूता पुत्री पूजा शर्मा और नवजात शिशु की विगत 23 जुलाई को मौत हो गई। लेकिन हास्पिटल वालों ने उसे शिकायत न करने का दबाव दिया और शिकायत करने पर उसे ही मामले में फंसाने की धमकी भी दी। जिसके कारण अपनी पुत्री और पौत्री के सदमे में वह निर्णय नहीं ले पा रही थी।
अधीक्षक ने तैयार की जांच रिपोर्ट, कार्रवाई की लटकी तलवार
सीयर सीएचसी अधिक्षक डा. राकेश सिंह ने बताया कि बेल्थरारोड के चौकिया मोड़ पर संचालित विवादित प्राइवेट अस्पताल डिलक्स हास्पिटल की लापरवाही संबंधित शिकायत की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। जिसके बाद आरोपित अस्पताल पर कार्रवाई की तलवार अब लटकने लगी है। बता दें कि 23 जुलाई को चौकियां मोड़ पर संचालित विवादित डिलक्स अस्पताल पर अवैध तरीके से किए गए आपरेशन के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गई। हो हंगामे के बाद अस्पताल में पांच दिन तक ताला लटका रहा और विभागीय सेटिंग के खेल में सबकुछ आल इज वेल कर दिया गया। जच्चा बच्चा की मौत के बाद चर्चा में आएं इस अवैध अस्पताल को विभाग ने मामले की लीपापोती करते हुए 28 जुलाई को रजिस्ट्रेशन का प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया। पूरे मामले में अस्पताल के तत्कालीन नोडल अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदिग्ध बनी है।
30 हजार में तय हुआ था आपरेशन, 16 हजार हुआ था जमा
पीड़िता आशा शर्मा ने बताया कि उसकी प्रसूता पुत्री पूजा के आपरेशन के लिए 30 हजार में बात तय किया गया था। जिसके तहत वह 16 हजार जमा कर चुकी थी। इसमें 10 हजार इंजेक्शन के लिए, 25 सौ रुपया जांच रिपोर्ट और 42 सौ रुपया एम्बुलेंस का पैसा अस्पताल पर ही जमा किया गया था।