आंदोलन को लेकर अधिवक्ताओं में रार, आमसभा की बैठक में हुआ जबरदस्त हंगामा
अनिर्णय के बीच अध्यक्ष अब 1 सितंबर को लेंगे निर्णय
आंदोलन को लेकर अधिवक्ताओं में रार, आमसभा की बैठक में हुआ जबरदस्त हंगामा
अनिर्णय के बीच अध्यक्ष अब 1 सितंबर को लेंगे निर्णय
बलियाः अधिवक्ता गोरखनाथ मौत प्रकरण में कार्रवाई को लेकर अधिवक्ताओं के आंदोलन को जारी रखने का निर्णय अब 1 सितंबर को लिया जाएगा। बुधवार को बलिया जनपद के बेल्थरारोड अधिवक्ता भवन में अधिवक्ता एसोसिएशन के आमसभा की बैठक काफी हंगामेदार रही। मृतक गोरखनाथ के मौत प्रकरण की जांच और कार्रवाई को लेकर एसडीएम और सीओ द्वारा 15 दिन की मोहलत मांगने के बाद आंदोलन स्थगित करने को लेकर अधिवक्ताओं में दो फाड़ हो गया है । आमसभा की बैठक में अधिकांश अधिवक्ताओं ने कार्रवाई होने तक धरना जारी रखने की वकालत की जबकि कुछ अधिवक्ताओं ने आंदोलन स्थगित कर पुलिस प्रशासन को समय देने को सही ठहराया । इस दौरान अधिवक्ताओं में जमकर तूतू मैंमैं हुआ। हंगामे के बीच एसोसिएशन पदाधिकारी और संघर्ष समिति के गतिविधि को लेकर आरोप प्रत्यारोप से तनाव बढ़ गया। जिसके कारण अधिवक्ताओं की आमसभा अनिर्णय के बीच ही समाप्त हो गया। एसोसिएशन अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि तहसील में तालाबंदी फिलहाल नहीं होगा लेकिन आंदोलन जारी रखने या स्थगित करने का निर्णय अब 1 सितंबर को लिया जाएगा।आपको बता दें कि विगत 22 जुलाई को अधिवक्ता गोरखनाथ की रहस्यमय मौत हो गई थी। जिसकी बाइक घर से करीब सात किलोमीटर दूर नहर के पास मिली थी। जिसके खुलासा के लिए अधिवक्ताओं द्वारा तहसील परिसर में पिछले 22 दिन से अधिवक्ताओं द्वारा धरना जारी है। जिससे तहसील के सभी न्यायालय में न्यायिक कार्य पूरी तरह से ठप रहा। मंगलवार को ही सीओ रसड़ा फहीम कुरैशी और एसडीएम एआर फारूकी ने अधिवक्ताओं से मुलाकात कर कार्रवाई के लिए 15 दिन का समय मांगा और धरना स्थगित करने की अपील किया था। लेकिन अधिवक्ता इस आश्वासन के बावजूद आंदोलन पर अडिग हैं। बैठक में एसोसिएशन अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव, मंत्री मुनेश वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता दिलरोज अहमद, सरफराज अहमद, महेंद्र यादव, संजीत गुप्ता, अमरजीत सिंह, देवेंद्र गुप्ता, हरिंद्र राजभर, त्रिभुवन कुमार, प्रदीप श्रीवास्तव, पिंकी सिंह, सविता पटेल, राशिद अली, धनंजय मिश्र, गंगेश मिश्र, अमल श्रीवास्तव , चिंतामणि, अनिल पाठक, जयप्रकाश यादव, राशिद कमाल पाशा समेत अनेक अधिवक्ता मौजूद रहें।