बलियाः जनपद बलिया के उभांव थाना के साहुनपुर गांव में शनिवार को आधी रात के बाद चोर पिकअप से अशोक यादव की भैंस उठा ले गए। जबकि अन्य दो भैंस पशु तस्करों के चंगुल से भागकर अपने खुंटे के पास पहुंच गई। जिससे गांव के पशुपालकों में हड़कंप मच गया। चोरी की गई भैंस गर्भवती बताई जा रही है। सूचना पर डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक पशु चोर निकल भागे। पीड़ित अशोक यादव ने बताया कि रात एक बजे तक वे जगे थे और उनके तीन भैंस घर के बाहर ही बंधे थे। करीब दो बजे के आसपास किसी पिकअप के आने का आभास हुआ लेकिन वे नींद में थे। इस बीच उनके दो अन्य भैंस की तेज आवाज सुनकर सभी जग गए। मौके पर तीन में एक गर्भवती भैंस गायब थी। जिसकी कीमत लगभग 70 हजार बताई जा रही है। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
मवेशी चोरों का मिला संदिग्ध मोबाइल, पुलिस कर रही जांच
मवेशी चोरों का एक संदिग्ध मोबाइल गांव में मिलने की सूचना मिली तो सपा नेता इरफान अहमद और पूर्व प्रधान संजय यादव के सहयोग से उभांव थाना पुलिस ने दोपहर बाद मुबारकपुर गांव की एक ग्रामीण महिला के पास से संदिग्ध मोबाइल को बरामद कर लिया। जिसकी पुलिस जांच में जुट गई है।
अब थाने की पुलिस कहती है डायल 112 बुलाओ, नहीं करते कार्रवाई
सपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा अध्यक्ष इरफान अहमद ने कहा कि उभांव थाना क्षेत्र में मवेशी चोरी समेत आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। पुलिस पूरी तरह से निष्क्रिय हो गई है। अब तो पीड़ित द्वारा फोन करने पर उभांव थाना की पुलिस मौके पर आती भी नहीं और सीधे डायल 112 की पुलिस को बुलाने की सलाह देती है। बिना पैरवी के कोई कार्रवाई थाने पर नहीं हो रहा है। पैरवी की परंपरा बढ़ने से आमजन का थाने पर खुब शोषण हो रहा है।
उभांव में फिर शुरु हुई पशु तस्करी, पुलिस की भूमिका रही है संदिग्ध
पशु तस्करों के साथी बनने के कारण बलिया की बदनाम उभांव थाना की पुलिस की भूमिका एकबार फिर कटघरे में है। इस थाना का एक सिपाही मवेशी तस्करों के गिरोह को पुलिसिया संरक्षण देने के मामले में रंगे हाथ गिरफ्तार हो चुका है। इन दिनों क्षेत्र में फिर से मवेशी चोरी की घटनाएं बढ़ गई है और पुलिस प्रशासन बेबस बनी हुई हुई है। अधिकांश मामलों का मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया। जिसके कारण आमजन और पशुपालकों में पुलिसिया भूमिका के प्रति काफी आक्रोश है।
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