योगी सरकार में मेडिकल क्राइम कर रहे हास्पिटल संचालक, दो डाक्टर समेत अस्पताल पर मुकदमा दर्ज
हास्पिटल गेट पर पति ने बिताई रात, अस्पताल ने मरीज पत्नी का शव पहुंचा दिया दूसरे अस्पताल पर

यूपीः प्रदेश के राजधानी लखनऊ में ही अस्पताल संचालकों और डाक्टरों के मनमानी एवं मेडिकल क्राइम का खेल जारी है। लखनऊ के बड़े अस्पतालों में शुमार एचआईआईएमएस हास्पिटल के गेट पर ही पति पूरी रात गुजार दिया। अस्पताल ने मरीज से मिलने नहीं दिया और अंधेरे में उनकी पत्नी को मृत घोषितकर शव को सुदूर अस्पताल के गेट पर छोड़ आएं। मामला 7 अक्टूबर की रात का है। लखनऊ के सैरपुर कमिश्नरेट थाने में अस्पताल के दो डाक्टर और स्टाफ के खिलाफ नामजद आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले में आठ अक्टूबर को अपनी मरीज पत्नी शीला गुप्ता से मिलने अभामवैस के प्रदेश महामंत्री गिरीश चंद्र गुप्ता जब अस्पताल में पहुंचे तो उनका कहीं पता नहीं रहा। अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से बचती रही। योगी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा लगातार मेडिकल व्यवस्था में सुधार का दावा करने के बावजूद अस्पतालों के मनमानी का यह हाल है।
मरीज को साई अस्पताल के सामने लावारिश छोड़ आएं एचआईआईएमएस अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी
आधी रात को अस्पताल में भर्ती अपने मरीज को एचआईआईएमएस अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी कई किलोमीटर दूर गोरम्बा थाना क्षेत्र में संचालित साई अस्पताल के बाहर लावारिश छोड़ आएं। इसके पीछे उनकी मंशा परिजन को परेशान करने और मोटी रकम वसूलने का बताया जा रहा है। जहां आठ अक्टूबर की सुबह शीला गुप्ता मृत अवस्था में मिली। साई अस्पताल के लोगों ने भी बताया कि उनकी पत्नी के शव को रखकर अस्पताल वाले चले गए।
पुलिस में शिकायत से नाराज थे एचआईआईएमएस अस्पताल के डाक्टर
धरती के भगवान कहे जाने वाले डाक्टर अपने एटीट्यूड के लिए किसी की हत्या करने और फिर शव को गायब करने से भी नहीं हिचकते। यह एक तरह का आनर किलिंग का मामला प्रतीत हो रहा है। पीड़ित गिरीशचंद्र गुप्ता ने बताया कि 7 अक्टूबर की रात पत्नी से न मिलने देने के कारण अस्पताल के रवैये के खिलाफ उन्होंने डायल 112 की पुलिस को बुलाया था। जिसके बाद मेडिकल टीम के डाक्टरों ने जबरदस्त नाराजगी जताई। अस्पताल के डाक्टर पुनीत और डा. अभिषेक ने थोड़े देर के लिए मरीज से मिलने तो दिया किंतु अगले दिन से ही उनका व्यवहार बदल गया। मरीज के इलाज में भी लापरवाही होने लगी और देर रात उसकी साजिशन हत्याकर बिना उन्हें सूचना दिए मरीज का शव दूसरे अस्पताल के बाहर लावारिश हालत में छोड़ दिया।
दो डाक्टर और स्टाफ के खिलाफ दर्ज हुआ आपराधिक मुकदमा, अस्पताल के पक्ष जोर लगा रहे थे कुछ जनप्रतिनिधियों
गिरीशचंद्र गुप्ता ग्राम मलकौली मधुबन मऊ निवासी के लिखित तहरीर पर लखनऊ के सैरपुर कमिश्नरेट थाना में भादवि की धारा 304 ए के तहत डा. पुनीत और डा. अभिषेक एवं एचआईआईएमएस हास्पिटल प्रबंधन व इलाज में लगे स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि मुकदमा के खिलाफ अस्पताल के पक्ष में लखनऊ के बड़े जनप्रतिनिधि भी जोर लगा रहे थे किंतु अभामवैस के प्रदेश महामंत्री के साथ हुए घटना में प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रंजीत गुप्ता के पहल के बाद कई अन्य जनप्रतिनिधियों ने साथ दिया और थाने के हाई वोल्टेज आनाकानी के बाद मुकदमा दर्ज हो सका।
किडनी की बीमारी से पीड़ित थी शीला गुप्ता
प्रदेश महामंत्री गिरीशचंद्र गुप्ता की पत्नी और अभामवैस महिला समिति की पूर्व राष्ट्रीय मंत्री शीला गुप्ता पिछले कई दिनों से किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। जिनके इलाज के लिए वे लखनऊ गए थे लेकिन अस्पताल के दबंगई का शिकार हो गए।