बलियाः सूर्य उपासना के महानपर्व डाला छठव्रत के लिए सरयू किनारे घाट बनकर तैयार हो गए है। लाखों छठव्रती महिलाएं और पुरुष रविवार की देर शाम अस्तचलगामी भगवान सूर्य को छठ व्रत का पहला अर्घ्य देंगे और मनोकामना पूर्ति की कामना करेंगे। लोकआस्था का महापर्व छठ पूरी तरह से स्वच्छता का संदेश देता है। इस पर्व में हर वर्ग की भागीदारी होती है। सूप दउरा बनाने वाले बांसफोर से लेकर फल विक्रेता तक का इस पूजन में सीधे योगदान होता है। घर से लेकर घाट तक की सफाई होती है। सनातन धर्म का एकलौता पर्व जो बिना किसी ब्राह्मण के पूर्ण होता है। प्रकृति के प्रति आस्था के अटूट विश्वास का यह पर्व पूरे विश्व का अनोखा और अद्भुत व्रत है। जिसे सूर्य की किरणों के साथ प्राकृतिक उपचार के प्रक्रिया के रुप में भी देखा जाता है।
ब्लाक प्रमुख ने दुरुस्त कराएं तुर्तीपार मुजौना के घाट
जनपद बलिया के बेल्थरारोड में सरयू किनारे तुर्तीपार, मुजौना में करीब चार घाट बनाएं गए है। तुर्तीपार में ब्लाक प्रमुख आलोक सिंह के देखरेख में बांस बल्ली और पटरा के सहारे नदी किनारे आने जाने के दुरुह मार्ग को भी दुरुस्त किया गया। जिसका एसडीएम दीपशिखा सिंह, सीओ शिवनारायण वैस और उभांव इंस्पेक्टर अविनाश सिंह ने निरीक्षण भी किया। नदी किनारे छठ पूजा का अधिकारियों ने जायजा लिया और जगह-जगह पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए।
नगर में चेयरमैन ने सजाया पोखरा का घाट
बेल्थरारोड नगर के रामलीला मैदान में पोखरा को नपं चेयरमैन दिनेश गुप्ता के देखरेख में दुल्हन की तरह सजाया गया है। पोखरे को रंगरोगन कर चकाचक कर दिया गया है। जहां आज शाम में छठव्रती महिलाएं डूबते सूर्य की उपासना करेंगी। यहां पूजन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है।