पुलिसिया गुंडई के खिलाफ गले में लटकाई दुस्साहसी और मनबढ़ सिंहासन चौहान लिखित तख्ती
बेल्थरारोड तहसील में आरटीआई कार्यकर्ता सिंहासन चौहान ने जताया विरोध
बलियाः जनपद बलिया के बेल्थरारोड में गुण्डा एक्ट की कार्रवाई से नाराज आरटीआई कार्यकर्ता सिंहासन चौहान सोमवार को गले में तख्ती लटका कर तहसील पहुंचे और अपनी पत्नी संग पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सिंहासन चौहान पर भीमपुरा पुलिस ने गुण्डाएक्ट की कार्रवाई किया है। जिसमें एसडीएम न्यायालय से उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस मिला था। जिसके तहत वे करीब 75 पेज का लिखित जवाब लेकर गले में तख्मी लटकाकर न्यायालय पहुंचे थे। हालांकि कर्मचारियों के जनपद में व्याप्त हड़ताल के कारण स्थानीय न्यायालय में ताला लटका रहा।
गुंडा एक्ट की पुलिसिया कार्रवाई पर जताई नाराजगी, पत्नी संग जताया विरोध
सिंहासन चौहान ने बताया कि वे अब तक करीब तीन सौ लोगों के मामलों में हस्तक्षेपकर आरटीआई, ट्वीटर, आईजीआरएस और पीएम-सीएम के नाम संचालित विभिन्न शिकायती पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर न्याय दिलाने का प्रयास कर चुके है। अधिकांश में जरुरतमंदों को न्याय भी मिला। हर पुलिस की कमी उजागर होने के कारण स्थानीय पुलिस उनसे खिन्न रहती है और अपनी नाकामी छिपाने के लिए ही उन पर बेवजह झूठे आरोप में गुंडाएक्ट की कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्रवाई से वे न तो पीछे हटने वाले है और न ही चुप रहने वाले है। वे अपनी दोगुनी ऊर्जा के साथ पुलिस की लापरवाही के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहेंगे। गुंडा एक्ट की कार्रवाई से नाराज उनकी पत्नी लीलावती देवी ने भी पुलिसिया कार्रवाई को बेवजह परेशान करने वाला बताया। कहा कि पुलिस जितना भी परेशान करेगी, हम उतने ही मजबूती के साथ लोगों की जंग लड़ते रहेंगे।
पत्नी ने कहाः सच्चाई के लिए लड़ रहे पति पर है भरोसा
पुलिसिया कार्रवाई के भय से पति को पीछे नहीं हटने दूंगी क्योंकि हमारे पति सच्चाई के लिए लड़ रहे है। यह बात सोमवार को लीलावती चौहान ने पत्रकारों से कही। अपने पति के समर्थन में लीलावती देवी भी सोमवार को बेल्थरारोड तहसील पहुंची थी। लीलावती देवी ने अपने पति एवं आरटीआई कार्यकर्ता सिंहासन चौहान पर हुए गुंडा एक्ट की कार्रवाई को गलत बताया। निरक्षर लीलावती देवी ने अपने टूटी फूटी भाषा में ही अपने पति के पक्ष में संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया। कहा कि भीमपुरा पुलिस, उनके पति पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर डराना चाहती है। लेकिन पुलिसिया जुल्म के खिलाफ संघर्ष से वह पीछे नहीं हटने वाले।