बलियाः जनपद बलिया के उभांव थाना के बहुताचक उपाध्याय गांव में गंवई वर्चस्व की लड़ाई ने अब हिंसक रुप ले लिया है। प्रधानी रंजिश को लेकर प्रधान पति ने समर्थकों के साथ सुरेश बहादुर सिंह के घर हमला कर दिया। इस दौरान उनके घर जमकर तोड़ फोड़ भी किया गया। जिसका विरोध करने पर सुरेश बहादुर सिंह (70) को मारपीट कर जख्मी कर दिया। जिनका एक हाथ और कंधे में गंभीर चोटें आई है। जिन्हें इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया है। जख्मी सुरेश बहादुर सिंह का पुत्र मंटू सिंह भी प्रधान पद का प्रत्याशी था। जिसके कारण चल रहे गंवई रंजिश के तहत मारपीट किया गया। हमले के समय घर में सुरेश बहादुर सिंह अकेले ही थे।
प्रधान प्रत्याशी रहे मंटू सिंह ने बताई गंवई राजनीति में हिंसक हमले की कहानी
प्रधान पद के प्रत्याशी रहे आलोक विजय सिंह उर्फ मंटू सिंह ने बताया कि घटना के समय वे परिवार के साथ रसड़ा के बरही कार्यक्रम में गए थे। इस बीच प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार यादव अपने दर्जनभर समर्थकों के साथ लाठी डंडा और हिंसक हथियार लेकर घर पर हमला कर दिया। जमकर तोड़फोड़ किया और घर से नगदी और लाखों के गहने भी लेते गए। बताया कि वे भी प्रधान पद के प्रत्याशी रहे है और चुनावी रंजीश के कारण ही वर्तमान प्रधान पति ने यह दबंगई दिखाया है और समर्थकों के साथ घर पर सीधे हमला बोल दिया। आरोप लगाया कि थाने के पुलिस भी अक्सर वर्तमान प्रधान के दबंगई में साथ देते रहे है।
शौचालय स्वीकृति के खेल से बौखलाया था प्रधान पक्ष
घटना के पीछे शौचालय स्वीकृति में पैरवी का खेल बताया जा रहा है। प्रधान पद के प्रत्याशी रहे मंटू सिंह के पैरवी पर गांव के कुछ लोगों के नाम शौचालय का धन स्वीकृत हुआ है। जिसकी जानकारी मिलने पर प्रधान प्रतिनिधि ने इसे लेकर मंटू सिंह से बकझक भी किया था। गांव में वर्चस्व की राजनीति में समर्थकों के साथ ने हिंसक रुप ले लिया।
सात नामजद समेत 15 पर मुकदमा हुआ दर्ज
पीड़ित आलोक विजय सिंह उर्फ मंटू सिंह के लिखित तहरीर पर उभांव थाना पुलिस ने सात नामजद और आठ अज्ञात के खिलाफ आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले में दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है।