फिलिस्तीन ने यहूदियों को शरण दिया और यहूदियों ने फिलिस्तीन को युद्ध
राष्ट्रीय मुस्लिम स्कॉलर फजील अहमद ने हमास और फिलिस्तीन पर किया चर्चा
फिलिस्तीन ने यहूदियों को शरण दिया और यहूदियों ने फिलिस्तीन को युद्ध
राष्ट्रीय मुस्लिम स्कॉलर फजील अहमद ने हमास और फिलिस्तीन पर किया चर्चा
नई दिल्लीः विख्यात राष्ट्रीय मुस्लिम स्कॉलर फजील अहमद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि फिलिस्तीन और इजराइल का युद्ध मानवता को शर्मसार कर देने वाला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमास द्वारा इजराइल पर रॉकेट हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी और आतंकी संगठन का विरोध किया था न की फिलिस्तीन का। इजराइल के रहमों करम पर चलने वाला संगठन अभिनव भारत के लोगों ने उनके ट्वीट को फिलिस्तीन के खिलाफ बताकर इजराइल का समर्थन करने वाला ट्वीट करार देते हुए भ्रम पैदा कर दिया। फजील अहमद ने कहा कि भारत हमेशा से ही फिलिस्तीनियों का समर्थन किया है, लेकिन दुख की बात यह है कि जिस फिलीस्तीन ने यहूदियों को अपने देश में शरण दिया, उन्हीं यहूदियों ने फिलिस्तीन का दो भाग कर इजराइल नामक देश बनाया, जिस वक्त यहूदी पूरी दुनिया में शरण मांग रहे थे उसे वक्त फिलीस्तीन ने उन्हें अपनी जमीन पर शरणार्थी बनाया आज यहूदी उन्हीं फिलिस्तीनियों पर जुल्म कर रहे हैं, फजील ने कहा कि मस्जिद ए अक्सा दुनिया भर के मुसलमानों के लिए पहला किबला और हमारी धार्मिक आस्था का केंद्र है। जिस पर हमला दुनिया भर का मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद का सबसे बड़ा पोषक है यूनाइटेड नेशन में अभी तक आतंकवाद की परिभाषा तय नहीं की गई है, इसलिए किसी भी संगठन को आतंकवाद जैसे गंभीर शब्द से संबोधित करना सही नहीं है।