दवा कारोबारियों में वर्चस्व की जंग और अस्पताल में गुटबाजी का खेल
एक माह में दो पैथोलाॅजी संचालकों पर दर्ज हुआ मुकदमा

दवा कारोबारियों में वर्चस्व की जंग और अस्पताल में गुटबाजी का खेल
एक माह में दो पैथोलाॅजी संचालकों पर दर्ज हुआ मुकदमा
बलियाः अस्पताल में अल्ट्रासाउंड संचालकों की गुटबाजी का खेल और दवा कारोबारियों में वर्चस्व की जंग में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र में पिछले सात माह में तीन पैथोलाॅजी संचालकों और दो दवा कारोबारियों पर मारपीट और धमकी देने मुकदमा दर्ज हो चुका है। रविवार को अक्सर विवादित रहे पैथोलाॅजी संचालक लवकुश वर्मा और दवा कारोबारी राहुल समेत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ तो नगर के दवा कारोबारियों और पैथोलाॅजी संचालकों में एकबार फिर तनाव व्याप्त हो गया। आपसी मनमुटाव भी सतह पर आ गई है। सीयर सीएचसी में हर दिन दर्जनों की संख्या में भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं की जांच, प्रसव से पूर्व होने वाले पैथोलाॅजिकल जांच आौर अल्ट्रासाउंड को लेकर प्राइवेट पैथोलाॅजी में खींचतान पहले से ही जारी रहा है। वहीं दवा कारोबारियों में भी मरीजों को लेकर खींचतान होता। इसे लेकर होने वाले विवाद में आशा बहुओं की भूमिका सदैव संदिग्ध रही है। आशाओं के सहारे दवा कारोबारी और पैथोलाॅजी संचालक आसानी से मरीजों को अपना यहां आने को विवश कर देते है। जिसको लेकर अक्सर विवाद भी हो चुका है। यही कारण है कि अस्पताल प्रशासन को कई बार सीएचसी में आशाओं के अनावश्यक बैठकी पर रोक लगाने संबंधित नोटिस तक चस्पा करना पड़ा।
केस एकः पैथोलाॅजी की जांच रिपोर्ट को लेकर संचालक और सीएचसी सीयर पर तैनात डाक्टर के बीच 23 जुलाई को बकझक हुआ तो अस्पताल के पीड़ित डाक्टर विक्रम सोनकर के लिखित तहरीर पर दो पैथोलाॅजी संचालकों पर धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ था।
केस दोः अस्पताल गेट पर मार्च माह में मारपीट के मामले में एक पैथोलाॅजी संचालक, दवा कारोबारी समेत सात लोगों पर 10 सितंबर को उभांव थाना में मुकदमा दर्ज हुआ। जबकि इसी मामले में एक पक्ष से पूर्व में मुकदमा दर्ज हो चुका है।