पाकिस्तान गए पुस्तों की संपत्ति के मालिकाना हक के लिए मचा घमासान
पटिदारों और सहयोगी अधिवक्ता समेत 11 पर हुआ एफआईआर
बलियाः जनपद बलिया के उभांव थाना के कुण्डैल गांव से 1965 पूर्व ही पाकिस्तान गए अब्दुल खैर की भूमि पर मालिकाना हक के लिए पटिदारों में घमासान मचा है। पारिवारिक विवाद के बाद आरटीआई से खुलासा हुआ कि गांव के शत्रु संपत्ति पर कब्जा के लिए पाकिस्तान गए व्यक्ति का 2016 में फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र और परिवार रजिस्टर भी प्रयोग किया गया। मामले में पारिवारिक विवाद के बाद एक पक्ष के लिखित तहरीर पर उभांव थाना में पटिदारों, तीन महिला और सहयोगी अधिवक्ता समेत 11 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके बाद तहसील प्रशासन और गांव में हड़कंप मचा हुआ है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
कुण्डैल निवासी तनवीर अहमद के शिकायत पर बलिया न्यायालय के निर्देश के तहत उभांव पुलिस ने गुरुवार की शाम कुण्डैल निवासी मो. तारिक, मो. अदनान, मो. असद तीनों भाई और इनकी पत्नी सीरीन फातिक, नौगुल, नसीम और कमरुद्दीन, अहमद फराज पासा, चंद्रमा राम, मो. मुस्तफा को कैलाश त्रिपाठी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान गए अब्दुल खैर का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र लगाने का लगाया आरोप
शिकायतकर्ता तनवीर अहमद के अनुसार उसके दादा के भाई अब्दुल खैर 1965 से पहले ही कारोबार के लिए पाकिस्तान चले गए। उनका अपना वारिस बताकर उनके चचेरे भाईयों ने तहसीलदार न्यायालय में मुकदमा दायर किया। अधिवक्ता की मदद से फर्जी गवाह और फर्जी साक्ष्य प्रस्तुत किए गए। तहसीलदार न्यायालय में पाकिस्तान गए अब्दुल खैर का 12 नवंबर 2016 को मृत्यु बताकर मृत्यु प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत किया गया। जिसके आधार पर एक जून 2018 को कुण्डैल और रामपुर चंदायर की करोड़ों की भू संपत्ति पर बतौर वरासत तीन चचेरे भाईयों का नाम दर्ज हुआ। जिसे बाद में तीनों ने अपनी पत्नियों के नाम विक्रय कर दिया। उक्त फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र का खुलासा शिकायतकर्ता द्वारा जनसूचना अधिकार से मिली सूचना के आधार पर हुआ। जिसके आधार पर न्यायालय की मदद से अब मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कुण्डैल में शत्रु संपत्ति की नहीं है जानकारीः तहसीलदार
– तहसीलदार ओपी पांडेय ने कहा कि कुण्डैल में शत्रु संपत्ति की कोई जानकारी नहीं है। उनके भूअभिलेख के रिकार्ड में भी ऐसा नहीं है। किसी के भूमि विवाद से शत्रु संपत्ति का कोई लेना देना नहीं है।