सीओ चकबंदी को हटाने के लिए डीएम से मिला एसोसिएशन
अधिवक्ता गोरखनाथ मौत प्रकरण के उच्चस्तरीय जांच की भी हुई मांग
सीओ चकबंदी को हटाने के लिए डीएम से मिला एसोसिएशन
अधिवक्ता गोरखनाथ मौत प्रकरण के उच्चस्तरीय जांच की भी हुई मांग
बलियाः जनपद बलिया के बेल्थरारोड तहसील के अधिवक्ता गोरख नाथ (45) की रहस्यमयी मौत मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर मंगलवार को तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव के साथ अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल डीएम रविंद्र कुमार से मिला और मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की। डीएम से मिलकर लौटने के बाद अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि अधिवक्ता गोरखनाथ की मौत प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच की मांग, मौत में साजिश में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को 25 लाख की आर्थिक मदद करने की मांग की गई है। साथ ही विवादित बेल्थरारोड सीओ चकबंदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए तबादला की मांग की है। मंगलवार को ही अधिवक्ताओं ने एक पत्रक स्थानीय एसडीएम एआर फारूकी और उभांव इंस्पेक्टर राजीव कुमार मिश्र को भी सौंपा गया। डीएम के निर्देश पर उभांव इंस्पेक्टर राजीव कुमार मिश्रा ने अधिवक्ताओं से मुलाकात की और घटना और अब तक के जांच के संदर्भ में पूरी जानकारी से अवगत कराया। डीएम रविंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपने वालों में अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल में तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव, मंत्री मुनेश वर्मा, पूर्व अध्यक्ष सरफराज अहमद, पूर्व मंत्री महेंद्र यादव, राघवेन्द्र प्रताप मौर्य शामिल रहे। आपको बता दें कि विगत 21 जुलाई को घर से तहसील जाने के लिए अधिवक्ता गोरख नाथ (45) ग्राम ककरासो निवासी बाइक से निकले थे। जिन्हें घायलावस्था में सोनाडीह मार्ग पर 22 की सुबह में पाया गया। जिनका इलाज के दौरान वाराणसी बीएचयू अस्पताल में मौत हो गया। रविवार को पुलिस ने मृतक के भाई के तहरीर पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था किंतु अधिकांश अधिवक्ता इस पहले ही मामले को संदिग्ध मौत मान रहे थे।