सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटवाने में क्षेत्रीय अधिकारी निष्क्रिय, डीएम से मिले ब्लाक प्रमुख
तीन वर्ष से टाल रहे अधिकारी, अतिक्रमण हटवाने को आठ माह पूर्व चस्पा किया गया था नोटिस
बलियाः गांवों के सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटवाने के लिए जनपद बलिया के सीयर ब्लाक प्रमुख आलोक सिंह ने सोमवार को डीएम सौम्या अग्रवाल से मुलाकात की और बेल्थरारोड तहसील के राजस्व कर्मचारियों और अधिकारियों की बेपरवाही के कारण अटके विकास कार्य की जानकारी दी। ब्लाक प्रमुख आलोक सिंह ने आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार द्वारा बिना मौका मुआयना किए घर बैठे गलत राजस्व रिपोर्ट भेजने के कारण गांव में अतिक्रमण अब तक नहीं हटाया जा सका और प्रस्तावित विकास कार्य ठप है। जबकि भूअभिलेख में रास्ता के नाम से भूमि दर्ज है और आठ माह पूर्व ही अतिक्रमण हटाने संबंधित तहसील से ही नोटिस भी जारी की गई थी। प्रमुख श्री सिंह ने बताया कि भूअभिलेख में तुर्तीपार गांव का आराजी नंबर 609 ग बतौर रास्ता, आराजी नं. 613 मि. खलिहान, आराजी नं. 746 बंजर, आराजी नं. 720 पुरानी परती, आराजी नं. 707 बीज गोदाम, आराजी नं. 704 कन्या पाठशाला और आराजी नं. 701 प्राथमिक पाठशाला के नाम पर दर्ज है। इन सभी सरकारी भूमि पर क्षेत्र पंचायत से निर्माण, जीर्णोद्धार कार्य प्रस्तावित है। गांव में पक्का रास्ता, साधन सहाकारी समिति का नया भवन, कंपोजिट विद्यालय का जीर्णोद्धार और चारदिवारी कार्य का निर्माण कराया जाना है। आराजी नं. 609 ग पर रास्ता का निर्माण किया जाना है ताकि गांव के बीचोंबीच की आबादी को तुर्तीपार भागलपुर मुख्य मार्ग से जोड़ा जा सके। इसके लिए विगत आठ माह पूर्व ही इस मार्ग से अवैध अतिक्रमण हटवाने को लेकर तहसील प्रशासन द्वारा नोटिस भी जारी किया गया और अतिक्रणस्थल पर चस्पा किया गया। लेकिन विभागीय अधिकारी इसके क्रियान्वयन में लगातार हीलाहवाली करते रहे। जिसके कारण अतिक्रमण की स्थिति लगातार बनी हुई है। गांव के बंजर की भूमि पर साधन सहकारी समिति का भी निर्माण होना है। जिसके कारण सभी कार्य अवरुद्ध है। जबकि तुर्तीपार ग्रामपंचायत के उक्त सभी सरकारी भूमि से अवैध अतिक्रमण हटवाने को लेकर तीन वर्ष से प्रक्रिया जारी है। जो क्षेत्रीय राजस्व कर्मचारियों, लेखपाल, कानूनगो और अधिकारियों के निष्क्रियता का सबसे बड़ा प्रमाण है। इसके पूर्व गांव के पूर्व प्रधान आलोक सिंह, वर्तमान प्रधान गीता समेत ग्रामिणों ने भी तहसील पर कई बार शिकायतीपत्र देकर गांव के उक्त भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाने की गुहार लगा चुके है।