सत्ताधारी दल के साथ की विवशता!
क्षेत्र के विकास के बहाने खुद का भी बचा रहे राजनीतिक सम्मान
सत्ताधारी दल के साथ की विवशता!
क्षेत्र के विकास के बहाने खुद का भी बचा रहे राजनीतिक सम्मान
बलियाः सलेमपुर लोकसभा सीट और बेल्थरारोड निकाय चुनाव को छोड़ दिया जाएं तो बेल्थरारोड के लगभग सभी अन्य जनप्रतिनिधि, गैर सत्ताधारी दल से या निर्दल है लेकिन चुनाव बाद के बदले राजनीतिक परिवेश में फिलहाल सभी उगते सूर्य के उपासक के रुप में पहचान बनाने में सफल हो गए है। अब इसे उनकी व्यक्तिगत विवशता कहे या फिर जनता से किए गए विकास संबंधित वादा निभाने के प्रति उनकी कर्तव्यनिष्ठा, लेकिन फिलहाल बेल्थरारोड में सभी जनप्रतिनिधि भगवामय ही दिख रहे है। स्थानीय सुभासपा विधायक की पार्टी का भी एनडीए से गठबंधन की घोषणा हो चुका है। निर्दल जनप्रतिनिधि भी अब यहां भगवामय ही दिखते है।
इधर लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के साथ ही वर्तमान सांसद की राजनीतिक गतिविधि भी क्षेत्र में तेज हो गई है और इनके इर्द गिर्द क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा भी लगने लगा है। हालांकि क्षेत्र में सलेमपुर लोकसभा सीट से दावेदारी करने वाले कई नए चेहरे भी सक्रिय है। भाजपा में वर्तमान सांसद रविंद्र कुशवाहा जहां अपनी मजबूत दावेदारी मानकर क्षेत्र में चुनाव की तैयारी में लग चुके है। वहीं इसी दल से राजेश सिंह दयाल, आनंद स्वरुप जी महाराज, योगेश्वर सिंह, रमापति राजभर समेत अनेक दावेदारों की लिस्ट लंबी है। जबकि सपा से पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर विद्यार्थी और जदयू से अवलेश सिंह भी यहां से चुनावी तैयारी में लगे है।