1857 के उभांव थाने में पहली बार डीआईजी ने परखी पुलिसिंग
नए भवन में शिफ्ट होगा उभांव थाना, दुरुस्त होगी पुलिसिंगरू डीआईजी
1857 के उभांव थाने में पहली बार डीआईजी ने परखी पुलिसिंग
नए भवन में शिफ्ट होगा उभांव थाना, दुरुस्त होगी पुलिसिंगरू डीआईजी
बलियाः 1857 के ऐतिहासिक उभांव थाना का पहली बार आईजी स्तर के अधिकारी द्वारा सोमवार को निरीक्षण किया गया। आजमगढ़ डीआईजी और आईजी अखिलेश कुमार ने कहा कि 1857 का थाना है, महत्वपूर्ण रहा होगा। जिसका निरीक्षण कर अच्छा लगा लेकिन इसका भवन पुराना है। नया थाना भवन बना है। जिसके मरम्मत के बाद नए भवन में उभांव थाना शिफ्ट होगा। चारदीवारी भी ठीक होगा और पुलिसिंग दुरुस्त करने के लिए एक पुलिस चैकी बढ़ाई जाएगी। हालांकि उभांव थाना परिसर में नवनिर्मित सीओ कार्यालय भवन में सीओ की तैनाती को लेकर उन्होंने कहा कि यह उनके स्तर का मामला नहीं है। वे सोमवार को जनपद बलिया के उभांव थाना के वार्षिक निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से बोल रहे थे। इसके पूर्व थाना निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने उभांव थाना में असलहा से लेकर रजिस्टर तक के रखरखाव की व्यवस्था को परखा। साथ ही थाना भवन, बैरक, मालखाना, कार्यालय, सीसी टीएनएस, आवास, माल मुकदमा वाहन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर एसपी एस आनंद, एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी, सीओ मो. फहीम, उभांव इंस्पेक्टर डीके श्रीवास्तव, चैकी इंचार्ज देवेंद्र प्रजापति समेत अनेक पुलिस अधिकारी मौजूद रहें। डीआईजी के निरीक्षण के बाद एसपी समेत पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
डीआईजी ने पुलिसिंग दुरुस्त करने को क्षेत्रवासियों संग की वार्ता, ब्लाक प्रमुख ने दिए सुझाव
– उभांव थाना के निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने पुलिसिंग दुरुस्त करने को लेकर क्षेत्रवासियों संग भी वार्ता की और आवश्यक सुझाव मैनेज। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख आलोक सिंह ने उभांव थाना के मुख्य गेट को शहीद के नाम भव्य बनाने, क्षेत्र में पुलिसिंग दुरुस्त करने के लिए इंस्पेक्टर के लिए अलग से बेहतर वाहन उपलब्ध कराने और टंगुनिया पुलिस चैकी पर आवास निर्माण कराने को जरूरी बताया। साथ ही पुलिसिंग सुविधा बढ़ाने के सुझाव दिए। इसके पूर्व थाना में मौजूद चैकीदारों से भी डीआईजी ने सीधे वार्ता किया।
उभांव थाना परिसर में बने माॅडल शौचालय को डीआईजी ने सराहा
– उभांव थाना परिसर में सीयर ब्लाक द्वारा निर्मित माॅडल शौचालय को डीआईजी अखिेश कुमार ने सराहा। डीआईजी ने माॅडल शौचालय का निरीक्षण किया और उसके निर्माण की गुणवत्ता की प्रशंसा की।