हड़ताल से बिजली गुल, लाखों मोबाइल स्वीच आफ और इंटरनेट सेवा ध्वस्त
आपूर्ति बहाल करने में 39 उपकेंद्र और फीडरों पर लगे पर्यवेक्षक और आईटीआई 195 हुए फेल

बलियाः विद्युत विभाग के प्रदेशव्यापी हड़ताल से विगत 24 घंटे से अधिकांश इलाकों में बिजली गुल है। चार्ज न होने से लाखों मोबाइल स्वीच आफ है और इंटरनेट सेवा लगभग ध्वस्त हो चुकी है। बलिया जनपद के करीब 39 विद्युत उपकेंद्र और फीडरों पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए लगाएं गए पर्यवेक्षक और आईटीआई की टीम पूरी तरह से फेल साबित हुई है। जिस भी विद्युत उपकेंद्र पर लोकल फाल्ट के कारण विद्युत आपूर्ति ठप हुई, वहां की आपूर्ति लगातार बंद है और लाखों की आबादी अंधेरे में है। बेल्थरारोड तहसील के अवायां उपकेंद्र पर ग्रामीण और तहसील फीडर के लिए अलग अलग चार-चार की संख्या में दो शिफ्ट में आईटीआई कर्मी लगाएं गए है। लेकिन उन्हें लोकल फाल्ट खोजने और उसे दुरुस्त करने के लिए किसी तरह की पहले से ट्रेनिंग नहीं मिली है। जिसके कारण वे पूरी तरह से लाचार बने हुए है। पर्यवेक्षक के रुप में तैनात किए गए पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग के जेई इस विभाग के कार्य प्रणाली से पूरी तरह से अंजान है। कुछ ऐसी ही हालत पास के रजईपुर और पशुहारी विद्युत उपकेंद्र का भी है। जिसके कारण हड़ताल से बेपटरी हुई विद्युत आपूर्ति फिलहाल सुधरती नहीं दिख रही है। इधर आमजन में बिजली को लेकर जबरदस्त बेचैनी है। ठंड के मौसम के कारण बिजली बिन कुछ हद तक राहत तो है लेकिन बिजली से चलने वाले अधिकांश उपकरण बंद है। बिजली बिन इंवर्टर बैट्री का बैकअप भी घरों में अब समाप्त हो चुका है। जिसके कारण संचार के साधन मोबाइलों के स्वीच आफ होने की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है।
नहीं मिली है ट्रेनिंग, विद्युत बहाल करने में है लाचारः तैनात जेई
– अवायां विद्युत उपकेंद्र पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पर्यवेक्षक के रुप में तैनात किए गए पीडब्ल्यूडी के जेई विजय प्रताप ने बताया कि उन्हें विद्युत आपूर्ति संबंधित स्थानीय लाइन कनेक्शन की कोई विशेष जानकारी नहीं है। इसके लिए लगाएं गए आईटीआईकर्मी को भी कोई अलग से प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। जिसके कारण यहां के लोकल फाल्ट को ढूंढने और उसे दुरुस्त करने में पूरी टीम लाचार सी है। जबकि यहां तैनात अन्य पर्यवेक्षक और आईटीआईकर्मी की मोबाइल या तो स्वीच आॅफ मिला या फिर नाट रिचेबल।