भागलपुर तुर्तीपार पुल पर यातायात सामान्य होना हुआ असामान्य
भारी वाहनों से पहुंची पुल को बड़ी क्षति, 22 से छोटे वाहनों के लिए खुलना संभव
बलियाः सरयू नदी पर बलिया को देवरिया से जोड़ने के लिए बना भागलपुर तुर्तीपार पुल पूरी तरह से डैमेज हो चुका है। इस पर वाहनों का आवागमन सामान्य हो, यह अब असामान्य सी बात लगने लगी है। भारी वाहनों ने पुल का बड़ी क्षति पहुंचाया है। जिसके कारण 22 अक्टूबर से भी पुल पर बड़े वाहनों की इंट्री नहीं हो सकेगी। हालांकि सेतु निर्माण निगम के लिए इसे रोकना भी टेढी खीर है।
दोपहिया और छोटे चारपहिया वाहनों के लिए खुलेगा पुल
22 अक्टूबर से भागलपुर पुल पर दोपहिया और छोटे चारपहिया वाहनों का आवागमन सामान्य हो जायेगा लेकिन बड़ी भारी वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगा रहेगा। इसके लिए पुल के दोनों तरफ के थाना पुलिस का सकारात्मक सहयोग जरुरी है। विशेषकर ओवरलोड ट्रकों के आवागमन पर रोक लगाने को लेकर सेतु निर्माण निगम इसका अनुपालन कराने को लेकर सजग रहेगा।
सवारी बसों और स्कूली वाहनों के आवागमन पर हो रहा विचार
सेतु निर्माण निगम द्वारा मरम्मत के बाद भागलपुर पुल पर सामान्य सवारी बसों और स्कूली बसों के आवागमन की व्यवस्था बनाएं जाने पर विचार चल रहा है। लेकिन इसके साथ ओवरलोडेड ट्रकों को रोकना प्रशासन के लिए मुश्किल होना तय माना जा रहा है।
भारी वाहनों से डैमेज हो चुका है भागलपुर पुल
उ.प्र. सेतु निर्माण निगम के अधिकारियों के अनुसार पुल को सबसे ज्यादा भारी वाहनों से ही डैमेज हुआ है। पुल का दो पाया तो नदी की तरफ धंस गया था। जिसके बाद लगातार भारी वाहनों ने ही नुकसान पहुंचाया है। इस पुल पर पहले अधिकतम 500 फीट गिट्टी बालू लदे ट्रक चलते थे लेकिन अब इस पर ट्रक 1300 से 1400 फीट बिल्डिंग मैटेरियल लेकर निकल रहे है। साथ ही वाहनों की संख्या में भी विगत दस वर्ष में ज्यादा बढ़ी है। जिसके कारण पुल के ज्वांट और स्पर तो डैमेज हुए ही है। पुल का पूरा स्ट्रक्चर ही हिल गया है।
कपरवार घाट का पुल टूटने से भी बढ़ा वाहनों का दबाव
देवरिया जनपद के कपरवार घाट पर बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस पर वाहनों आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। इस पुल से होकर गुजरने वाले वाहन भी अब सीधे भागलपुर पुल के रास्ते ही निकल रहे है। जिसके कारण पहले से ही जर्जर भागलपुर पुल की स्थिति और बिगड़ती जा रही है।
21 वर्ष में कई बार हो चुकी है मरम्मत, लाखों हुए खर्च
करीब 1185 मीटर लंबे इस भागलपुर पुल का निर्माण दिसंबर 2001 में पूरा हुआ था और महज 21 वर्ष में ही इसका करीब आधा दर्जन बार मरम्मत किया जा चुका है और हर बार इसके मरम्मत के लिए कई लाख रुपया खर्च हो चुका है।