एफडीआर तकनीक के सीसी रोड में बना गड्ढा, कई जगह बढ़ ज्वाइंट गैप
विधायक की मौजूदगी में हुई सड़क निर्माण के गुणवत्ता की हुई जांच
मानक की अनदेखी: जांच के लिए एफडीआर तकनीक से बनी सड़क का भुगतान रुका
एफडीआर तकनीक के सीसी रोड में बना गड्ढा, कई जगह बढ़ ज्वाइंट गैप
विधायक की मौजूदगी में हुई सड़क निर्माण के गुणवत्ता की हुई जांच
एक माह में ही सड़क पर दिखने लगी दरारें
बलिया: जनपद बलिया के बेल्थरारोड तहसील के सीयर सोनाडीह मार्ग के करीब 8 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण में एफडीआर तकनीक की गुणवत्ता की जांच के लिए मंगलवार को अधिकारियों की टीम पहुंची। दोपहर 12 बजे के आसपास अधिकारियों की टीम ने स्थानीय विधायक हंसू राम की मौजूदगी में सड़क निर्माण के गुणवत्ता की जांच की। इसके लिए तीन स्थानों से सड़क के नमूने लिए गए और विधायक के समक्ष टेस्ट कर सड़क गुणवत्ता को सही बताने का दावा किया गया। हालांकि मौके पर ही विधायक के समक्ष कई लोगों ने सड़क के अभी से ही टूटने की शिकायत की। विधायक ने भी सड़क निर्माण में गड़बड़ी दुरुस्त करने के निर्देश दिए। बताया कि इसकी गुणवत्ता ठीक करने के लिए ही फिलहाल इसका भुगतान रुका गया है। अरबाज खान, मजहर अली, मनीष जायसवाल, उमेश अंबेडकर, राजबहादुर यादव ने सड़क निर्माण में गड़बड़ी से विधायक को अवगत कराया। जांच के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के स्टेट क्वालिटी मॉनिटर गोविंदचंद्र, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता अभिषेक राय, अवर अभियंता शैलेन्द्र की मौजूदगी में तीन स्थानों से सड़क के नमूने लिए गए। जिसकी जांच भी मौके पर तकनीकी टीम द्वारा की गई। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता अभिषेक राय ने बताया कि सड़क के मानक की जांच और इसके मेंटेनेंस के लिए ही फिलहाल इसका भुगतान रुका है। सड़क को एफडीआर तकनीक के तहत सीसी एवं पिच दोनों से निर्माण कराया गया है। जिसमें घोर अनियमितता होने से सीसी रोड में किया जगह ज्वाइंट में गैप आ गया है। कई जगह सड़क में बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई है। करीब 20 स्थानों पर कार्यदायी संस्था ने एक सप्ताह पूर्व ही लेपन कर गड्ढे को भरने का लिया भी किया। बताया जा रहा है कि दिसंबर 2024 में ही बनकर तैयार हुई करीब 8 करोड़ की सड़क का महज एक माह में ही दम निकलने लगा है। सीयर सोनाडीह मार्ग की करीब 8.5 किलोमीटर लंबे सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री सड़क ग्राम योजना के तहत लगभग 8 करोड़ 44 लाख 68 हजार की लगत से निर्माण किया गया है। जिसे दिसंबर 2024 में ही पूर्ण किया गया है। इसका दिसंबर 2029 तक अनुरक्षण किया जाना है। इसके अनुरक्षण पर करीब 74 लाख 26 हजार खर्च होना है।